नवगीत
चुप बैठा धुनिया
अवनीश सिंह चौहान
*
सोच रहा ६
चुप बैठा धुनिया १०
.
भीड़-भाड़ वह ८
चहल-पहल वह ८
बंद द्वार का ८
एक महल वह ८
ढोल मढ़ी सी ८
लगती दुनिया ८
.
मेहनत के मुँह ८
(यहाँ मेहनत का उच्चारण मिहनत लिया गया है। ऐसा करना ठीक नहीं है)
बँधा मुसीका ८
घुटता जाता ८
गला खुशी का ८
ताड़ रहा है ८
सब कुछ गुनिया ८
.
फैला भीतर ८
तक सन्नाटा ८
अँधियारों ने ८
सब कुछ पाटा ८
कहाँ-कहाँ से ८
टूटी पुनिया ८
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चुप बैठा धुनिया
अवनीश सिंह चौहान
*
सोच रहा ६
चुप बैठा धुनिया १०
.
भीड़-भाड़ वह ८
चहल-पहल वह ८
बंद द्वार का ८
एक महल वह ८
ढोल मढ़ी सी ८
लगती दुनिया ८
.
मेहनत के मुँह ८
(यहाँ मेहनत का उच्चारण मिहनत लिया गया है। ऐसा करना ठीक नहीं है)
बँधा मुसीका ८
घुटता जाता ८
गला खुशी का ८
ताड़ रहा है ८
सब कुछ गुनिया ८
.
फैला भीतर ८
तक सन्नाटा ८
अँधियारों ने ८
सब कुछ पाटा ८
कहाँ-कहाँ से ८
टूटी पुनिया ८
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