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सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम.
उज्जयिन्यां महाकालमोंकारममलेश्वरं.१.
सोमनाथ सौराष्ट्र में, मलिकार्जुन श्रीशैल.
ममलेश्वर ओंकार में, महाकाल उज्जैन.१.
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशंकरं.
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने.२.
भीमशंकर डाकिन्या, परलय वैद्येश.
नागेश्वर दारुकावन, सेतुबंध रामेश.२.

हिमालय तु केदारं घुश्मेशं तु शिवालये.३.
तीर गौतमी त्र्यम्बक, काशी में विश्वेश.
केदारेश्वर हिमालय, शिव-आले घुश्मेश.३.
एतानि ज्योतिर्लिन्गानी सायं-प्रातः पठेन्नरः.
सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति.४.
बारह ज्योतिर्लिंग का पाठ सवेरे-शाम.
'सलिल' पाप शत जन्म के मिटा, देत शिव-धाम.४.
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