कुल पेज दृश्य

सुनीता शानू लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सुनीता शानू लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 23 जुलाई 2019

कार्यशाला

कार्यशाला
सुनीता शानू
वो मुझे इस तरह मनाता है
रूठ जाऊँ तो रूठ जाता है
संजीव सलिल 
मैं अगर झट न मान जाऊँ तो 
काँच जैसे वो टूट जाता है 

२.६.२०१६
***

मंगलवार, 6 जनवरी 2015

kavyottar:

काव्योत्तर:
स्वीट कॉर्न सूप यानि की मक्का के दाने का सूप लेकिन कोई ये बताये की ये स्वीट कैसे हुआ? मक्का के खेत में चीनी कौन डाल के आया था?(बेटे से हुई बातचीत)

 संजीव 
कॉर्न स्वीट होता नहीं, लेकिन मीठा सूप 
कैसे होता बतायें?, पूछे बेटा भूप   
पूछे बेटा भूप, निरुत्तर माँ क्या बोले?
ठिठके सुन संजीव, दिया उत्तर: 'सुन भोले!
माँ की ममता से हुआ मीठा, पढ़ ले ट्वीट'
हो प्रसन्न बेटा पिए सूप कॉर्न का स्वीट