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रविवार, 10 अप्रैल 2011

हिन्‍दी ब्‍लॉगर सम्मान दिल्‍ली के हिन्‍दी भवन में

हिन्‍दी ब्‍लॉगरों, प्रेमियों, साहित्‍यकारों : 30 अप्रैल 2011 को दिल्‍ली के हिन्‍दी भवन में मिल रहे हैं

सहर्ष सूचित किया जा रहा है कि देश का विशिष्ट प्रकाशन संस्थान हिन्दी साहित्य निकेतन 50 वर्षों की अपनी विकास-यात्रा और गतिविधियों को आपके समक्ष प्रस्तुत करने के लिए 30 अप्रैल २०११ दिन शनिवार   को दिल्ली के हिंदी भवन में एक दिवसीय भव्य आयोजन कर रहा है। इस अवसर पर देश और विदेश में रहने वाले लगभग 400 ब्लॉगरों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें परिकल्‍पना समूह के तत्‍वावधान में इतिहास में पहली बार आयोजित ब्लॉगोत्‍सव 2010 के अंतर्गत चयनित 51 ब्लॉगरों का ‘सारस्‍वत सम्मान’ भी किया जाएगा।

इस अवसर पर लगभग 400 पृष्ठों की पुस्तक ( हिंदी ब्लॉगिंग : अभिव्यक्ति की नई क्रान्ति), हिंदी साहित्य निकेतन की द्विमासिक पत्रिका  ‘शोध दिशा’ का विशेष अंक ( इसमें ब्लॉगोत्सव -२०१० में प्रकाशित सभी प्रमुख  रचनाओं को शामिल किया गया है) मेरा हिंदी उपन्यास (ताकि बचा रहे गणतंत्र ), रश्मि प्रभा के संपादन में प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका (वटवृक्ष ) के प्रवेशांक के साथ-साथ और कई महत्वपूर्ण किताबों का लोकार्पण होना है !इस कार्यक्रम में विमर्श,परिचर्चाएँ एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होंगे। पूरे कार्यक्रम का जीवंत प्रसारण इंटरनेट के माध्यम से पूरे विश्व में किया जाएगा। आप इस कार्यक्रम का आनंद अपने इंटरनेट भी उस दिन ले पायेंगे। जिसकी रिकार्डिंग बाद में भी नेट पर ही मौजूद रहेगी। इंटरनेट पर उपस्थिति को भी आपकी मौजूदगी माना जायेगा। पर यह गिनती दिल्‍ली-एनसीआर और देश से बाहर वालों के लिए ही लागू होगी।  कार्यक्रम का विवरण निम्नवत हैः
दिन व समयः शनिवार 30 अप्रैल 2011, दोपहर 3 बजे से रात्रि‍ 8.30 बजे तक।
रात्रि‍ 8 .30 बजे भोजन।
स्थानः हिंदी भवन , विष्‍णु दिगम्‍बर मार्ग, नई दिल्ली-110002

हिंदी साहित्य निकेतन परिकल्पना सम्मान-२०१०


उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर हिन्दी ब्लॉगिंग के उत्‍थान में अविस्मरणीय योगदान हेतु उपस्थित 51 ब्लॉगरों को मोमेंटो, सम्मान पत्र, पुस्तकें, शॉल और एक निश्चित धनराशि के साथ सम्मानित करने की योजना है।

सम्मानित किये जाने वाले ब्लॉगरों का विवरण -

1.         वर्ष का श्रेष्ठ नन्हा ब्लॉगर - अक्षिता पाखी, पोर्टब्लेयर
2.         वर्ष के श्रेष्ठ कार्टूनिस्ट - श्री काजल कुमार, दिल्ली
3.         वर्ष की श्रेष्ठ कथा लेखिका - श्रीमती निर्मला कपिला, नांगल (पंजाब)
4.         वर्ष के श्रेष्ठ विज्ञान कथा लेखक - डॉ. अरविन्द मिश्र, वाराणसी
5.         वर्ष की श्रेष्ठ संस्मरण लेखिका - श्रीमती सरस्वती प्रसाद, पुणे
6.         वर्ष के श्रेष्ठ लेखक - श्री रवि रतलामी, भोपाल
7.         वर्ष की श्रेष्ठ लेखिका (यात्रा वृतान्त) - श्रीमती शिखा वार्ष्णेय, लंदन
8.         वर्ष के श्रेष्ठ लेखक (यात्रा वृतान्त) - श्री मनोज कुमार, कोलकाता
9.         वर्ष के श्रेष्ठ चित्रकार - श्रीमती अल्पना देशपांडे, रायपुर
10.       वर्ष के श्रेष्ठ हिन्दी प्रचारक - श्री शास्त्री जे.सी. फिलिप, कोच्ची, केरल
11.       वर्ष की श्रेष्ठ कवयित्री - श्रीमती रश्मि प्रभा, पुणे
12.       वर्ष के श्रेष्ठ कवि - श्री दिवि‍क रमेश, दिल्ली
13.       वर्ष की श्रेष्ठ सह लेखिका - सुश्री शमा कश्यप, पुणे
14.       वर्ष के श्रेष्ठ व्यंग्यकार - श्री अविनाश वाचस्पति, दिल्ली
15.       वर्ष की श्रेष्ठ युवा गायिका - सुश्री मालविका, बैंगलोर
16.       वर्ष के श्रेष्ठ क्षेत्रीय लेखक - श्री संजीव तिवारी, दुर्ग (म. प्र. )
17.       वर्ष के श्रेष्ठ क्षेत्रीय कवि - श्री एम. वर्मा, वाराणसी
18.       वर्ष के श्रेष्ठ गजलकार - श्री दिगम्बर नासवा, दुबई
19.       वर्ष के श्रेष्ठ कवि (वाचन) - श्री अनुराग शर्मा, पिट्सबर्ग अमेरिका
20.       वर्ष की श्रेष्ठ परिचर्चा लेखिका - श्रीमती प्रीति मेहता, सूरत
21.       वर्ष के श्रेष्ठ परिचर्चा लेखक - श्री दीपक मशाल, लंदन
22.       वर्ष की श्रेष्ठ महिला टिप्पणीकार - श्रीमती संगीता स्वरूप, दिल्ली
23.       वर्ष के श्रेष्ठ टिप्पणीकार - श्री हिमांशु पाण्डेय, सकलडीहा (यू.पी.)
24-25-26.  वर्ष की श्रेष्ठ उदीयमान गायिका – खुशबू/अपराजिता/इशिता, पटना (संयुक्त रूप से)
27.       वर्ष के श्रेष्ठ बाल साहित्यकार - श्री जाकिर अली 'रजनीश', लखनऊ
28.       वर्ष के श्रेष्ठ गीतकार  (आंचलिक) - श्री ललित शर्मा, रायपुर
29.       वर्ष के श्रेष्ठ गीतकार (गायन) - श्री राजेन्द्र स्वर्णकार, बीकानेर, राजस्थान
30-31.  वर्ष के श्रेष्ठ उत्सवी गीतकार - डॉ. रूपचंद्र शास्त्री 'मयंक', खटीमा एवं आचार्य संजीव वर्मा सलिल,       भोपाल (संयुक्त रूप से)
32.       वर्ष की श्रेष्ठ देशभक्ति पोस्ट - कारगिल के शहीदों के प्रति ( श्री पवन चंदन)
33.       वर्ष की श्रेष्ठ व्यंग्य पोस्ट - झोलाछाप डॉक्टर (श्री राजीव तनेजा)
34.       वर्ष के श्रेष्ठ युवा कवि - श्री ओम आर्य, सीतामढ़ी बिहार
35.       वर्ष के श्रेष्ठ विचारक - श्री जी.के. अवधिया, रायपुर
36.       वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉग विचारक - श्री गिरीश पंकज, रायपुर
37.       वर्ष की श्रेष्ठ महिला चिन्तक - श्रीमती नीलम प्रभा, पटना
38.       वर्ष के श्रेष्ठ सहयोगी - श्री रणधीर सिंह सुमन, बाराबंकी
39.       वर्ष के श्रेष्ठ सकारात्मक ब्लॉगर (पुरूष) – डॉ. सुभाष राय, लखनऊ  (उ0प्र0)
40.       वर्ष की श्रेष्ठ सकारात्मक ब्लॉगर (महिला) - श्रीमती संगीता पुरी, धनबाद
41.       वर्ष के श्रेष्ठ तकनीकी ब्लॉगर - श्री विनय प्रजापति, अहमदाबाद
42.       वर्ष के चर्चित उदीयमान ब्लॉगर - श्री खुशदीप सहगल, दिल्ली
43.       वर्ष के श्रेष्ठ नवोदित ब्लॉगर - श्री राम त्यागी, शिकागो अमेरिका
44.       वर्ष के श्रेष्ठ युवा पत्रकार - श्री मुकेश चन्द्र, दिल्ली
45.       वर्ष के श्रेष्ठ आदर्श ब्लॉगर - श्री ज्ञानदत्त पांडेय, इलाहाबाद
46.       वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉग शुभचिंतक - श्री सुमन सिन्हा, पटना
47.       वर्ष की श्रेष्ठ महिला ब्लॉगर - श्रीमती स्वप्न मंजूषा 'अदा', अटोरियो कनाडा
48.       वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉगर - श्री समीर लाल 'समीर', टोरंटो कनाडा
49.       वर्ष की श्रेष्ठ विज्ञान पोस्ट - भविष्य का यथार्थ (लेखक - जिशान हैदर जैदी)
50.       वर्ष की श्रेष्ठ प्रस्तुति - कैप्टन मृगांक नंदन एण्ड टीम, पुणे
51.       वर्ष के श्रेष्ठ लेखक (हिन्दी चिट्ठाकारी विषयक पोस्ट) - श्री प्रमोद ताम्बट, भोपाल 


हिन्‍दी ब्‍लॉग प्रतिभा सम्‍मान-२०११

इसके अंतर्गत ग्यारह ब्लॉगरों के नाम तय किये गए हैं , जिन्हें हिंदी ब्लॉगिंग में
दिए जा रहे विशेष योगदान के लिए हिन्‍दी ब्‍लॉग प्रतिभा सम्‍मान प्रदान किया जायेगा : -

(१)     श्री श्रीश शर्मा (ई-पंडित), तकनीकी विशेषज्ञ, यमुनानगर  (हरियाणा)
(२)   श्री कनिष्क कश्यप, संचालक ब्लॉगप्रहरी, दिल्ली
(३)   श्री शाहनवाज़ सिद्दिकी, तकनीकी संपादक, हमारीवाणी, दिल्ली
(४)   श्री जय कुमार झा, सामाजिक जन चेतना को ब्लॉगिंग से जोड़ने वाले ब्लॉगर, दिल्ली
(५)   श्री सिद्दार्थ शंकर त्रिपाठी, महात्मा गांधी हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
(६)   श्री अजय कुमार झा, मीडिया चर्चा से रूबरू कराने वाले ब्लॉगर, दिल्ली
(७)   श्री रविन्द्र पुंज, तकनीकी विशेषज्ञ, यमुनानगर (हरियाणा)
(८)   श्री रतन सिंह शेखावत, तकनीकी विशेषज्ञ, फरीदाबाद (हरियाणा )
(९)   श्री गिरीश बिल्लौरे 'मुकुल', वेबकास्ट एवं पॉडकास्‍ट विशेषज्ञ, जबलपुर
(१०) श्री पद्म सिंह, तकनीकी विशेषज्ञ, दिल्ली
(११) सुश्री गीताश्री, नारी विषयक लेखिका, दि‍ल्ली

हिन्‍दी ब्‍लॉग जगत में इनके योगदान को चिन्हित करने के लिए हिन्‍दी साहित्‍य निकेतन और नुक्‍कड़ डॉट कॉम की ओर से हिन्‍दी ब्‍लॉग प्रतिभा सम्‍मान आरंभ किया गया है।
हिन्‍दी ब्लॉग की दुनिया के हस्ताक्षरों से मिलने और कार्यक्रमों का आनंद उठाने के लिए आपका स्‍वागत है 

इस विशेष अवसर पर पधार कर हमें अनुगृहित करें ! सम्‍मानित जनों से  विनम्र निवेदन है कि अपने आने की स्वीकृति के साथ-साथ अन्य आवश्यक जानकारी निम्नलिखित ई-मेल पर देने का कष्ट करें, ताकि आपके आगमन पर अवस्थान का समुचित प्रबन्ध समय से किया जा सके।  अपनी सहमति के साथ अपना मोबाइल नम्बर और ई मेल पता अवश्‍य दें।

 
जानकारी निम्नलिखित ई-मेल पर देने का कष्ट करें
पासपोर्ट आकार के उचित गुणवत्‍ता वाले चित्र इस ई मेल पर दो दिन के अंदर अवश्‍य भिजवायें :-
  • डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल, सचिव, हिंदी साहित्य निकेतन, बिजनौर 


 साथ ही इसकी प्रतिलिपि निम्नलिखित ई-मेल पर भी देवें :
  • अविनाश वाचस्पति, मुख्य सलाहकार,ब्लॉगोत्सव-२०१०, दिल्ली

hindibloggar@gmail.com
  • रवीन्द्र प्रभात,संचालक-समन्वयक : परिकल्पना समूह,लखनऊ


विशेष अनुरोध :
सम्मानित किये जा रहे ब्लॉगर बंधुओं से निवेदन है कि वे अपने आने की स्वीकृति के साथ कृपया अपने पासपोर्ट आकार का एक उचित गुणवत्‍ता का चित्र भी संलग्न कर दो दिन के अंदर ई मेल पर प्रेषित करें ताकि सम्मान पत्र पर उसे प्रकाशित किया जा सके ! 


दी गई सूचना में यदि कोई त्रुटि दिखलाई दे रही हो तो उसकी सूचना तुरंत hindibloggar@gmail.com पर भिजवायें।

सोमवार, 17 मई 2010

परिचर्चा : चिट्ठाकारी का सामाजिक दायित्व और प्रभाव


परिचर्चा : चिट्ठाकारी का सामाजिक दायित्व और प्रभाव जबलपुर. 
स्थानीय सिविक सेंटर में चिट्ठाकारी का सामाजिक दायित्व और प्रभाव विषय पर केन्द्रित एक जीवंत परिचर्चा का आयोजन श्री अनिल माधव सप्रे नव निर्वाचित अध्यक्ष बी.जे.पी. आई.टी.सेल. के मुख्यातिथ्य तथा दिव्य नर्मदा के संपादक श्री संजीव वर्मा 'सलिल' की अध्यक्षता में संपन्न हुआ. विशेष वक्ता थे श्री सचिन खरे प्रांतीय महामंत्री बी.जे.पी. आई.टी.सेल तथा वरिष्ठ चिट्ठाकार श्री विवेकरंजन श्रीवास्तव 'विनम्र'.
परिचर्चा के संयोजक श्री प्रशांत कर्मवीर ने अतिथियों एवं वक्ताओं का स्वागत करते हुए चिट्ठाकारी के आशय, उपयोग तथा भविष्य पर चर्चा को आवश्यक बताया. तकनीकी मार्गदर्शक श्री मन्वंतर ने गत आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी द्वारा चल भाष पर एस.एम्.एस. तथा बड़े नेताओं की वेब साइटों द्वारा आम आदमी से जुड़ने के प्रयास की सराहना करते हुए इसे एक शुभ आरम्भ मात्र निरूपित किया जिसका अनुकरण अन्य दलों द्वारा किया जाना है. 
श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ने चिट्ठाकारी की तकनीक से उपस्थितों का परिचय कराया तथा विद्युत् चोरी एवं अन्य सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध संघर्ष में चिट्ठे को एक सशक्त औजार बताया. उन्होंने चिट्ठाकारिता को शौक नहीं आदत बनाने का संदेश दिया. 
श्री सचिन खरे ने चिट्ठाकारी के सामने उपस्थित चुनौतियों की चर्चा करते हुए बताया कि अभी न तो नेताओं न ही आम लोगों को इस तकनीक के असर का अंदाज़ न इस पर भरोसा है. उन्होंने बड़े नेताओं की वेब साइटें बनाने के अपने अनुभव को श्रोताओं से बाँटते हुए कहा कि जहाँ प्रारंभ में उन्हें यह फालतू का बखेड़ा लगता था वहीं अब उनमें से कई खुद अपने चिट्ठे देखते-लिखते हैं. चिट्ठाकारी के सामाजिक प्रभाव की चर्चा करते हुए वक्ता ने इसे भावी निर्णायक शक्ति बताया. 
मुख्य अतिथि की आसंदी से श्रोताओं व् प्रशिक्षुओं के संबोधित करते हुए श्री श्री अनिल माधव सप्रे ने चिट्ठाकारी से सम्बंधित सूक्ष्म तथा प्रामाणिक जानकारी देकर उपस्थितों को विस्मित कर दिया. उन्होंने चिट्ठाकारी के अच्छे पक्ष को जानने के साथ-साथ बुरे पक्ष से सजग रहने की अपरिहार्यता प्रतिपादित की. संगणक द्वारा किए जा रहे अपराधों की चर्चा करते हुए वक्ता ने चिट्ठाकारी करते समय जरूरी सावधानियों का उल्लेख किया. 
प्रथम सत्र के समापन के पूर्व अध्यक्षीय उद्बोधन में दिव्य नर्मदा के यशस्वी संपादक आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' ने चिट्ठाकारी के अतीत, वर्तमान तथा भविष्य के शब्द-चित्र उपस्थित करते हुए युवा पीढी के लिये इसकी उपादेयता पर प्रकाश डाला. वक्ता ने चिट्ठों को शिक्षा, अध्ययन, आजीविका, शोध, सामाजिक परिवर्तन, विश्व बन्धुत्व तथा सकल मानवता हेतु वरदान निरूपित करते हुए इसे अभिशाप बनानेवालों से सजग रहने का संदेश दिया. 
आयोजन का समापन श्री मन्वंतर द्वारा तकनीकी कार्यशाला में पूछे गए सवालों के समाधान से हुआ. आभार प्रदर्शन श्री कर्मवीर ने किया. 
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