अहम्-१
मैंने पूछा-
तुमसे हाल-चाल और
मिला आगे बढ़कर हाथ।
तुम इतराने लगे।
मैंने पूछा-
'किस बात का अहम् तुम्हें?'
तुमने कहा-
'बस, इसी बात का।'
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अहम् २
चलो माना कि
झुककर आदमी
आधा हो जाता है.
खड़ा रहकर भी
कौन सा तीर मार लेता है?
सिवाय अहम् को पोसने के.
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