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रविवार, 24 अप्रैल 2011

३० अप्रैल को नई दिल्ली में हिंदी साहित्य निकेतन परिकल्पना सम्मान समारोह

३० अप्रैल को नई दिल्ली में हिंदी साहित्य निकेतन परिकल्पना सम्मान समारोह



हर ब्लॉगर की अपनी एक अलग पहचान है , कोई साहित्यकार है तो कोई पत्रकार , कोई समाजसेवी है तो कोई संस्कृतिकर्मी , कोई कार्टूनिस्ट है तो कोई कलाकार । हर ब्लॉगर के सोचने का अपना एक अलग अंदाज़ है , एक अलग ढंग है प्रस्तुत करने का । अलग-अलग नियम है , अलग-अलग चलन किन्तु फिर भी एक सद्भाव है जो आपस में सभी को जोड़ता है । नि:संदेह इसकी जड़ों में सहिष्णुता की भारतीय मर्यादा है, जो हमें सद्भावना की शिक्षा देती है।  इन्हीं उद्देश्यों के दृष्टिगत परिकल्पना समूह के संचालक-समन्वयक और हिंदी के मुख्य ब्लॉग विश्लेषक लखनऊ निवासी रवीन्द्र प्रभात ने अपने छ: सहयोगियों क्रमश: अविनाश वाचस्पति, रश्मि प्रभा, जाकिर अली रजनीश, रणधीर सिंह सुमन,विनय प्रजापति और ललित शर्मा के साथ मिलकर अंतरजाल पर विगत वर्ष -२०१० को ब्लॉगोंत्सव मनाने का फैसला कर इस उत्सव को नाम दिया "परिकल्पना ब्लॉग उत्सव-२०१०"

इस उत्सव का नारा था - " अनेक ब्लॉग नेक हृदय "

इस उत्सव में अनेकानेक कालजयी रचनाएँ , विगत दो वर्षों में प्रकाशित कुछ महत्वपूर्ण ब्लॉग पोस्ट , ब्लॉग लेखन से जुड़े अनुभवों पर वरिष्ठ चिट्ठाकारों की टिप्पणियाँ ,साक्षात्कार , मंतव्य आदि का भव्यता के साथ प्रकाशन हुआ ।

वर्ष-२००९ में ब्लॉग पर प्रकाशित कुछ महत्वपूर्ण कवितायें, गज़लें , गीत, लघुकथाएं , व्यंग्य , रिपोर्ताज, कार्टून आदि का चयन करते हुए उन्हें प्रमुखता के साथ ब्लॉग उत्सव के दौरान प्रकाशित किये गए । कुछ महत्वपूर्ण चिट्ठाकारों की रचनाओं को स्वर देने वाले पुरुष या महिला ब्लोगर के द्वारा प्रेषित ऑडियो/वीडियो भी प्रसारित किये गए । उत्सव के दौरान प्रकाशित हर विधा से एक-एक ब्लॉगर का चयन कर , गायन प्रस्तुत करने वाले एक गायक अथवा गायिका का चयन कर तथा उत्सव के दौरान सकारात्मक सुझाव /टिपण्णी देने वाले श्रेष्ठ टिप्पणीकार का चयन कर उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया गया । साथ ही हिन्दी की सेवा करने वाले कुछ सकारात्मक चिट्ठाकारों को विशेष रूप से सम्मानित किये जाने की भी योजना बनायी गयी ।

यह उत्सव १५ अप्रैल-२०१० से १५ जून-२०१० तक अर्थात दो महीने तक परिकल्पना पर निर्बाध रूप से चला और हिंदी ब्लॉगजगत में एक नए इतिहास के सृजन का साक्षी बना ! परिकल्पना के इस पहल पर लखनऊ से प्रकाशित दैनिक जनसंदेश टाईम्स ने अपने ब्लॉग वाणी स्तंभ के अंतर्गत दिनांक ०१ मार्च-२०११ को कहा कि "रवीन्‍द्र प्रभात ब्‍लॉग जगत में सिर्फ एक कुशल रचनाकार के ही रूप में नहीं जाने जाते हैं, उन्‍होंने ब्‍लॉगिंग के क्षेत्र में कुछ विशिष्‍ट कार्य भी किये हैं। वर्ष २००७ में उन्‍होंने ब्‍लॉगिंग में एक नया प्रयोग प्रारम्‍भ किया और ‘ब्‍लॉग विश्‍लेषण’ के द्वारा ब्‍लॉग जगत में बिखरे अनमोल मोतियों से पाठकों को परिचित करने का बीड़ा उठाया। २००७ में पद्यात्‍मक रूप में प्रारम्‍भ हुई यह कड़ी २००८ में गद्यात्‍मक हो चली और ११ खण्‍डों के रूप में सामने आई। वर्ष २००९ में उन्‍होंने इस विश्‍लेषण को और ज्‍यादा व्‍यापक रूप प्रदान किया और विभिन्‍न प्रकार के वर्गीकरणों के द्वारा २५ खण्‍डों में एक वर्ष के दौरान लिखे जाने वाले प्रमुख ब्‍लागों का लेखा-जोखा प्रस्‍तुत किया। इसी प्रकार वर्ष २०१० में भी यह अनुष्‍ठान उन्‍होंने पूरी निष्‍ठा के साथ सम्‍पन्‍न किया और २१ कडियों में ब्‍लॉग जगत की वार्षिक रिपोर्ट को प्रस्‍तुत करके एक तरह से ब्‍लॉग इतिहास लेखन का सूत्रपात किया।

ब्‍लॉग जगत की सकारात्‍मक प्रवृत्तियों को रेखांकित करने के उद्देश्‍य से अभी तक जितने भी प्रयास किये गये हैं, उनमें ‘ब्‍लॉगोत्‍सव’ एक अहम प्रयोग है। अपनी मौलिक सोच के द्वारा रवीन्‍द्र प्रभात ने इस आयोजन के माध्‍यम से पहली बार ब्‍लॉग जगत के लगभग सभी प्रमुख रचनाकारों को एक मंच पर प्रस्‍तुत किया और गैर ब्‍लॉगर रचनाकारों को भी इससे जोड़कर समाज में एक सकारात्‍मक संदेश का प्रसार किया।"

ब्लॉग पर इस उत्सव को प्रायोजित किया बाराबंकी से प्रकाशित लोकसंघर्ष पत्रिका ने और इसमें उद्घोषित ५१ ब्लॉगर्स को दिनांक ३० अप्रैल-२०११ को हिंदी भवन दिल्ली में सारस्वत सम्मान देने का निर्णय लिया है देश के एक बड़े प्रकाशन संस्थान हिंदी साहित्य निकेतन बिजनौर ने , साथ ही १३ और ब्लॉगर्स को हिंदी ब्लॉग जगत में उल्लेखनीय योगदान के लिए नुक्कड़ डोट कॉम द्वारा इस अवसर पर सम्मानित किया जाएगा, साथ ही देश का प्रमुख प्रकाशन संस्थान हिंदी साहित्य निकेतन अपने ५० वर्षों की विकास यात्रा को भी इस अवसर पर प्रस्तुत करेगा, जिसका लाईव वेबकास्ट जबलपुर के गिरीश बिल्लोरे मुकुल और दिल्ली के पद्म सिंह के द्वारा पूरी दुनिया में प्रकाशित किया जाएगा ! इस अवसर पर अविनाश वाचस्पति और रवीन्द्र प्रभात के संपादन में प्रकाशित पुस्तक : हिंदी ब्लॉगिंग अभिव्यक्ति की नई क्रान्ति , रवीन्द्र प्रभात का उपन्यास " ताकि बचा रहे लोकतंत्र " और रश्मि प्रभा के संपादन में प्रकाशित परिकल्पना समूह की त्रैमासिक पत्रिका " वटवृक्ष" का भी लोकार्पण होगा !

उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर हिन्दी ब्लॉगिंग के उत्‍थान में अविस्मरणीय योगदान हेतु उपस्थित ५१  ब्लॉगरों को हिंदी साहित्य निकेतन परिकल्पना सम्मान-२०१० के अंतर्गत मोमेंटो, सम्मान पत्र, पुस्तकें, शॉल और एक निश्चित धनराशि के साथ सम्मानित करने किया जाना है ,सम्मानित किये जाने वाले ब्लॉगरों का विवरण इस प्रकार है -

१. वर्ष का श्रेष्ठ नन्हा ब्लॉगर - अक्षिता पाखी, पोर्टब्लेयर
२. वर्ष के श्रेष्ठ कार्टूनिस्ट - श्री काजल कुमार, दिल्ली
३. वर्ष की श्रेष्ठ कथा लेखिका - श्रीमती निर्मला कपिला, नांगल (पंजाब)
४. वर्ष के श्रेष्ठ विज्ञान कथा लेखक - डॉ. अरविन्द मिश्र, वाराणसी
५. वर्ष की श्रेष्ठ संस्मरण लेखिका - श्रीमती सरस्वती प्रसाद, पुणे
६. वर्ष के श्रेष्ठ लेखक - श्री रवि रतलामी, भोपाल
७. वर्ष की श्रेष्ठ लेखिका (यात्रा वृतान्त) - श्रीमती शिखा वार्ष्णेय, लंदन
८. वर्ष के श्रेष्ठ लेखक (यात्रा वृतान्त) - श्री मनोज कुमार, कोलकाता
९. वर्ष के श्रेष्ठ चित्रकार - श्रीमती अल्पना देशपांडे, रायपुर
१०. वर्ष के श्रेष्ठ हिन्दी प्रचारक - श्री शास्त्री जे.सी. फिलिप, कोच्ची, केरल
११. वर्ष की श्रेष्ठ कवयित्री - श्रीमती रश्मि प्रभा, पुणे
१२. वर्ष के श्रेष्ठ कवि - श्री दिवि‍क रमेश, दिल्ली
१३. वर्ष की श्रेष्ठ सह लेखिका - सुश्री शमा कश्यप, पुणे
१४. वर्ष के श्रेष्ठ व्यंग्यकार - श्री अविनाश वाचस्पति, दिल्ली
१५. वर्ष की श्रेष्ठ युवा गायिका - सुश्री मालविका, बैंगलोर
१६. वर्ष के श्रेष्ठ क्षेत्रीय लेखक - श्री संजीव तिवारी, दुर्ग (म. प्र. )
१७. वर्ष के श्रेष्ठ क्षेत्रीय कवि - श्री एम. वर्मा, वाराणसी
१८. वर्ष के श्रेष्ठ गजलकार - श्री दिगम्बर नासवा, दुबई
१९. वर्ष के श्रेष्ठ कवि (वाचन) - श्री अनुराग शर्मा, पिट्सबर्ग अमेरिका
२०. वर्ष की श्रेष्ठ परिचर्चा लेखिका - श्रीमती प्रीति मेहता, सूरत
२१. वर्ष के श्रेष्ठ परिचर्चा लेखक - श्री दीपक मशाल, लंदन
२२. वर्ष की श्रेष्ठ महिला टिप्पणीकार - श्रीमती संगीता स्वरूप, दिल्ली
२३. वर्ष के श्रेष्ठ टिप्पणीकार - श्री हिमांशु पाण्डेय, सकलडीहा (यू.पी.)
२४-२५-२६. वर्ष की श्रेष्ठ उदीयमान गायिका – खुशबू/अपराजिता/इशिता, पटना (संयुक्त रूप से)
२७. वर्ष के श्रेष्ठ बाल साहित्यकार - श्री जाकिर अली 'रजनीश', लखनऊ
२८. वर्ष के श्रेष्ठ गीतकार (आंचलिक) - श्री ललित शर्मा, रायपुर
२९. वर्ष के श्रेष्ठ गीतकार (गायन) - श्री राजेन्द्र स्वर्णकार, बीकानेर, राजस्थान
३०-३१. वर्ष के श्रेष्ठ उत्सवी गीतकार - डॉ. रूपचंद्र शास्त्री 'मयंक', खटीमा एवं आचार्य संजीव वर्मा सलिल, भोपाल (संयुक्त रूप से)
३२. वर्ष की श्रेष्ठ देशभक्ति पोस्ट - कारगिल के शहीदों के प्रति ( श्री पवन चंदन)
३३. वर्ष की श्रेष्ठ व्यंग्य पोस्ट - झोलाछाप डॉक्टर (श्री राजीव तनेजा)
३४. वर्ष के श्रेष्ठ युवा कवि - श्री ओम आर्य, सीतामढ़ी बिहार
३५. वर्ष के श्रेष्ठ विचारक - श्री जी.के. अवधिया, रायपुर
३६. वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉग विचारक - श्री गिरीश पंकज, रायपुर
३७. वर्ष की श्रेष्ठ महिला चिन्तक - श्रीमती नीलम प्रभा, पटना
३८. वर्ष के श्रेष्ठ सहयोगी - श्री रणधीर सिंह सुमन, बाराबंकी
३९. वर्ष के श्रेष्ठ सकारात्मक ब्लॉगर (पुरूष) – डॉ. सुभाष राय, लखनऊ (उ0प्र0)
४०. वर्ष की श्रेष्ठ सकारात्मक ब्लॉगर (महिला) - श्रीमती संगीता पुरी, धनबाद
४१. वर्ष के श्रेष्ठ तकनीकी ब्लॉगर - श्री विनय प्रजापति, अहमदाबाद
४२. वर्ष के चर्चित उदीयमान ब्लॉगर - श्री खुशदीप सहगल, दिल्ली
४३. वर्ष के श्रेष्ठ नवोदित ब्लॉगर - श्री राम त्यागी, शिकागो अमेरिका
४४. वर्ष के श्रेष्ठ युवा पत्रकार - श्री मुकेश चन्द्र, दिल्ली
४५. वर्ष के श्रेष्ठ आदर्श ब्लॉगर - श्री ज्ञानदत्त पांडेय, इलाहाबाद
४६. वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉग शुभचिंतक - श्री सुमन सिन्हा, पटना
४७. वर्ष की श्रेष्ठ महिला ब्लॉगर - श्रीमती स्वप्न मंजूषा 'अदा', अटोरियो कनाडा
४८. वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉगर - श्री समीर लाल 'समीर', टोरंटो कनाडा
४९. वर्ष की श्रेष्ठ विज्ञान पोस्ट - भविष्य का यथार्थ (लेखक - जिशान हैदर जैदी)
५०. वर्ष की श्रेष्ठ प्रस्तुति - कैप्टन मृगांक नंदन एण्ड टीम, पुणे
५१. वर्ष के श्रेष्ठ लेखक (हिन्दी चिट्ठाकारी विषयक पोस्ट) - श्री प्रमोद ताम्बट, भोपाल

तथा हिन्‍दी ब्‍लॉग प्रतिभा सम्‍मान-२०११ के अंतर्गत तेरह और ब्लॉगरों के नाम तय किये गए , जिन्हें हिंदी ब्लॉगिंग में दिए जा रहे विशेष योगदान के लिए हिन्‍दी ब्‍लॉग प्रतिभा सम्‍मान प्रदान किया जाएगा : -
(१) श्री श्रीश शर्मा (ई-पंडित), तकनीकी विशेषज्ञ, यमुनानगर (हरियाणा)
(२) श्री कनिष्क कश्यप, संचालक ब्लॉगप्रहरी, दिल्ली
(३) श्री शाहनवाज़ सिद्दिकी, तकनीकी संपादक, हमारीवाणी, दिल्ली
(४) श्री जय कुमार झा, सामाजिक जन चेतना को ब्लॉगिंग से जोड़ने वाले ब्लॉगर, दिल्ली
(५) श्री सिद्दार्थ शंकर त्रिपाठी, महात्मा गांधी हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
(६) श्री अजय कुमार झा, मीडिया चर्चा से रूबरू कराने वाले ब्लॉगर, दिल्ली
(७) श्री रविन्द्र पुंज, तकनीकी विशेषज्ञ, यमुनानगर (हरियाणा)
(८) श्री रतन सिंह शेखावत, तकनीकी विशेषज्ञ, फरीदाबाद (हरियाणा )
(९) श्री गिरीश बिल्लौरे 'मुकुल', वेबकास्ट एवं पॉडकास्‍ट विशेषज्ञ, जबलपुर
(१०) श्री पद्म सिंह, तकनीकी विशेषज्ञ, दिल्ली
(११) सुश्री गीताश्री, नारी विषयक लेखिका, दि‍ल्ली
(१२) श्री बी एस पावला,ब्लॉग संरक्षक, भिलाई (म.प्र.)
(१३) श्री अरविन्द श्रीवास्तव, समालोचना, मधेपुरा (बिहार)
उल्लेखनीय है कि हिन्‍दी ब्‍लॉग जगत में इनके योगदान को चिन्हित करने के लिए हिन्‍दी साहित्‍य निकेतन,परिकल्पना डॉट कॉम और नुक्‍कड़ डॉट कॉम की ओर से यह वृहद् सम्‍मान योजना आरंभ की गयी है।

समस्त ब्लॉगरों का सम्मान दिनांक ३०.०४.२०११ दिन शनिवार को दिल्ली के स्थानीय हिंदी भवन में इस प्रकार आयोजित होगी :

सायं ४ - ६ बजे  (प्रथम सत्र ) :

हिंदी साहित्य निकेतन की विकास -यात्रा पर चर्चा , ताकि बचा रहे लोकतंत्र (रवीन्द्र प्रभात का उपन्यास ) और वटवृक्ष
( परिकल्पना समूह की त्रैमासिक पत्रिका ) का लोकार्पण तथा हिंदी ब्लॉगर्स का सारस्वत सम्मान

प्रथम सत्र में सान्निध्य :
श्री रमेश पोखरियाल "निशंक" मुख्य मंत्री, उत्तराखंड के द्वारा समारोह का उदघाटन
डा. रामदरश मिश्र ( मुख्य अतिथि )
श्री अशोक चक्रधर की अध्यक्षता
श्री अशोक बजाज, चेयर मैन छतीसगढ़ भंडारण निगम (विशिष्ट अतिथि )
श्री प्रेम जन्मेजय, व्यंग्यकार
श्री विश्व बन्धु गुप्ता, पूर्व इनकम टेक्स कमिश्नर और चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता

सायं ६ – 6.३० बजे : चाय

सायं ६.३० – ८.०० (द्वितीय सत्र) :
देश को जागरूक करने में न्यू मीडिया की भूमिका पर संगोष्ठी तथा हिंदी ब्लॉगिंग : अभिव्यक्ति की नयी क्रान्ति ( संपादक : अविनाश वाचस्पति/ रवीन्द्र प्रभात ) का लोकार्पण, साथ ही नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की लघु नाट्य प्रस्तुति

द्वितीय सत्र में सान्निध्य :
श्री प्रभाकर श्रीत्रिय ( अध्यक्ष )
श्री पुण्य प्रसून बाजपेयी ( मुख्य अतिथि )
श्री उदय प्रकाश ( विशिष्ट अतिथि )
सुश्री मनीषा कुलश्रेष्ठ
श्री अजीत अंजुम
श्री देवेन्द्र देवेश
८.३० से रात्रि भोज्

आने वाले दिनों में निश्चित रूप से यह कार्यक्रम हिंदी ब्लॉगिंग को ऊँचाई प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा, ऐसी आशा है !

(बाराबंकी से रणधीर सिंह सुमन की रपट )

रविवार, 14 मार्च 2010

जबलपुर में चिट्ठाकारों की बैठक: अभिनन्दन महफूज़


जबलपुर,  १३-०३-२०१०. सनातन सलिला नर्मदा के तट पर स्थित संस्कारधानी जबलपुर में स्थानीय चिट्ठाकारों की बैठक सिटी कॉफ़ी हाउस में अपरान्ह २ बजे से आयोजित की गयी. इस अवसर पर बाएं से: शैली, संजीव 'सलिल', महफूज़, महेंद्र मिश्र, बवाल, गिरीश बिल्लोरे और मयूर.

बाएँ से : सर्वश्री बवाल, महफूज़ अली, किसलय, गिरीश बिल्लोरे, महेंद्र मिश्र, मयूर  

इस बैठक में विशेष रूप से उपस्थित हुए लखनऊ के युवा चिट्ठाकार श्री महफूज़ अली का स्वागत करते हुए भारत ब्रिगेड के संस्थापक श्री गिरीश बिल्लोरे ने उनका परिचय कराया. इस अवसर पर व्यंग्यचित्रों के माध्यम से ख्यातिप्राप्त चिट्ठाकार श्री राजेश कुमार दुबे 'डूबे जी', अपनी गायकी के माध्यम से सुपरिचित श्री बवाल, चलचित्र संबंधी लेखन के क्षेत्र में स्थान बना रहे श्री मयूर, सर्वाधिक पढ़े जा रहे चिट्ठाकार श्री महेंद्र मिश्र, पत्रकारिता और चिट्ठाकारी में एक साथ हाथ आजमा रही सुश्री शैली जी, अपने चर्चित श्वान पर गर्वित श्री विजय तिवारी किसलय, चिट्ठाकारी के विकास के प्रति समर्पित दिव्यनर्मदा के तकनीकी प्रबंधक तथा अन्य ५० चिट्ठों से जुड़े युवा चिट्ठाकार श्री मन्वंतर वर्मा एवं  दिव्यनर्मदा के संपादक सुपरिचित कवि-समीक्षक आचार्य संजीव 'सलिल' के साथ स्थानीय दैनिक समाचार पत्रों भास्कर, पत्रिका, देशबंधु, नई दुनिया, नवीन दुनिया, हितवाद, पीपुल्स समाचार आदि के संवाददाता व छायाकार उपस्थित थे. 

 
बायें से: सलिल, महफूज़, महेंद्र मिश्र, बवाल, मयूर, शैली

आरम्भ में गिरीश जी ने पत्रकारों को चिट्ठकारी विधा की जानकारी दी. बवाल जी ने हिन्दी चिट्ठाकारी के स्तम्भ श्री समीर लाल 'उड़नतश्तरी' की उपलब्धियाँ पत्रकारों को बताई. श्री महेंद्र मिश्र ने चिट्ठाकारी पर एक आलेख का वाचन किया. श्री डूबे जी ने व्यंग चित्रों और चिट्ठाकारी के अंतर्संबंधों पर प्रकाश डाला.

किसलय , महेंद्र मिश्र , मयूर , आचार्य संजीव 'सलिल' तथा पत्रकार

किसलय जी ने पत्रकारिता में उपयोग की जा रही भाषा की विसंगतियों पर चिंता व्यक्त की. मयूर जी ने अपने चिट्ठे की जानकारी देते हुए चलचित्रों को गंभीरता से लिए जाने की आवश्यकता प्रतिपादित की. अतिथि चिट्ठाकार श्री महफूज़ अली ने लखनऊ में चिट्ठाकारी के विकास की जानकारी दी.

पत्रकारों से चर्चारत आचार्य संजीव 'सलिल', पीछे मयूर जी 

सलिल जी ने पत्रकारों के लिए चिट्ठाकारी की उपादेयता प्रतिपादित करते हुए उन्हें खुद के चिट्ठे प्रारंभ करने की प्रेरणा दी. लखनऊ ब्लोगर्स एसोसिएशन, लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के कवि श्री नरेश सक्सेना की अध्यक्षता में संपन्न ३० अभियंताओं की चिट्ठाकारी पर केन्द्रित बैठक, जबलपुर में संपन्न  चिटठाकारी की कार्यशालाओं, हिंदी के विकास के लिए चिट्ठकारी के माध्यम से किए जा रहे प्रयासों, हिंद युग्म, साहित्य शिल्पी, अभिव्यक्ति तथा सृजन गाथा में दोहा लेखन, अलंकार, नवगीत तथा भाषिक व काव्य दोषों पर केन्द्रित अपनी लेख मालाओं की जानकारी देते हुए सलिल जी ने पत्रकारों से सहयोग का आव्हान किया. गिरीश जी ने चिट्ठाकारी के विकास में संस्कारधानी के योगदान पर चर्चा की.

चिट्ठाकारों से रू-ब-रू पत्रकार तथा छायाकार, पीछे मन्वंतर

राजनैतिक तथा सामाजिक क्षेत्रों में चिट्ठाकारी के योगदान पर भी चर्चा हुई. मन्वंतर ने भारतीय जनता पार्टी के आई. टी. प्रकोष्ठ के प्रांतीय महामंत्री श्री सचिन खरे द्वारा राष्ट्रीय-प्रांतीय नेताओं के चिट्ठे बनाये जाने की चर्चा करते हुए पोडकास्टिंग की जानकारी चाही जो गिरीश जी ने उपलब्ध कराई.


 महफूज़ को स्नेहोपहार :  बाएँ से सलिलजी, महफूज़जी, डूबेजी, बवालजी, शैलीजी

पत्रकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास, सामाजिक विषमताओं के शमन, राष्ट्रीय एकता को सशक्त करने, विखंडनवादी शक्तियों से जूझने, जन जागरण आदि क्षेत्रों में चिट्ठाकारी के संभावित योगदान पर जिज्ञासा की जिनका सम्यक तार्किक समाधान चिट्ठाकारों ने किया. यथाशीघ्र फिर मिलने के वायदे और संकल्प के साथ चिट्ठाकारों की यह गोष्ठी समाप्त हुई.



सार्थक चर्चा का संतोष: सलिल, महफूज़, महेंद्र मिश्र, बवाल, शैली (ऊपर) और नीचे फिर मिलने के लिए बिछुड़ने के पहले: किसलय, सलिल, महफूज़, बवाल, मयूर, गिरीश और शैली.




चिटठा चर्चा के कुछ और चित्र :


कौन किसको दे रहा उपहार बूझो: सलिल. महफूज़, बवाल, शैली, मयूर


चिटठा चर्चा सुनते पत्रकार