कुल पेज दृश्य

योग्यता. लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
योग्यता. लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 28 मई 2009

काव्य-किरण: सरला खरे

साहित्य-पीड़ा


आहत है साहित्य करुण,


करुणा का सागर है कवि।


पावन बूँदें गिर रहीं


तपती रेत पर ॥


*



देश के घर-घर में साहित्य


साहित्य के कर्णधार हैं,


नींव के पत्थर।


*


बैठाये मीडिया ने


मीनारों के कंगूरों पर


साहित्य के पावन स्वरुप का


उपहास करते वानर॥


*


कछुआ-चाल से


चलते हुए भी,


एक दिन साहित्य का


शिखर पर


आधिपत्य होगा।


विद्या का दूषण


कम होगा.


शासन प्रतिभा का होगा।


*****************