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गुरुवार, 8 फ़रवरी 2018

doha kal baant

दोहा लेखन- कल (मात्रा) बाँट
जन्म ब्याह राखी तिलक, गृह प्रवेश त्यौहार
२१, २१, २२, १११ / ११ १२१ २२१
३, ३, ४, ३ / ३, २, ३, ३
सलिल बचा पौधे लगा दे पुस्तक उपहार
१११ १२ २२ १२ / २ २११ ११ २१
३, ३, ४, ३ / २, ४, २ ३
*
बरगद पीपल कहें आ, आँख मिचौली खेल
११११ २११ १२ २ २१ १२२ २१
४ ४ ३ २ / ३ ५ ३ इमली नीम न मानतीं, हो न सका है मेल
११२ २१ १ २१२ २ १ १२ २ २१
४ ३ १ ५ / २ १ ३ ३ ३
*
हिंदी आटा माढ़िए, उर्दू मोयन डाल
२२ २२ २१२ / २२ २११ २१
४ ४ ५ ४ ४ ३
सलिल संस्कृत सान दे, पूरी बने कमाल
१११ २११ २१ २ / २२ १२ १२१
३ ४ ३ २ ४ ३ १३
संस्कृत के उच्चारण में ५ मात्रा के बराबर समय लगता है जबकि लेखन के अनुसार ४ मात्रा होती हैं. ऐसा 'स' पर बलाघात के कारण होता है. यह अपवाद है सामान्यत: लेखन की ४ मात्रा को उच्चारण में ५ नहीं गिना जा सकता।
***
बरगद पीपल कहें
आँख मिचौली खेल.
इमली नीम न मानतीं
हो न सका है मेल.
बरगद पीपल कहें आ,
आँख मिचौली खेल.
इमली नीम न मानतीं
हो न सका है मेल.