दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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शनिवार, 9 मई 2009
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2 टिप्पणियां:
beautifull , achhi jagah hai
बचपन में पढी एक कविता 'मैं अभी गया था जबलपुर / सब जिसे जानते दूर-दूर / इस जबलपुर से कुछ हटकर / है भेड़ाघाट बना सुन्दर / नर्मदा जहाँ गिरती अपार / वह जगह कहाती धुंआधार' याद आ गयी.
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