१
लाद दे भार
जो होता नहीं भारी
ले ले आभार॥
२
खाता है चारा
घर होते रबडी
लालू बेचारा॥
३
करें विरोध
संसद में विपक्षी
हैं धृतराष्ट्र॥
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दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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बुधवार, 27 मई 2009
हास्य हाइकु: मन्वंतर
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हाइकु: मन्वंतर
आचार्य संजीव वर्मा सलिल
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3 टिप्पणियां:
Funny and interesting
are waah! maja aa gaya.
इतने कम शब्दों में कैसे कह लेते हो? अच्छा लगा.
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