कुल पेज दृश्य

रविवार, 17 दिसंबर 2017

bal dohe

बाल दोहे:
*
आर्युश को अच्छा लगा, गौरैया का साथ
गया पकड़ने उड़ गई, फुर्र न आई हाथ
*
तितली बैठी फूल पर, आर्यन खींचे चित्र
पेन्सिल से रंग भर रहा, देख सराहें मित्र
*
पापा अँगुली पकड़कर, ले जाते बाज़ार
नदी गोमती घुमाकर, आ पढ़ते अखबार
*
मम्मी चुम्मी ले कहे, लड़ो न, रहना एक
पाठ आज का आज ही, याद करो बन नेक
*
आर्युष-आर्यन खेलते, हैं पढ़ने के बाद
कक्षा में आते प्रथम, पाठ सभी कर याद
*

कोई टिप्पणी नहीं: