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शुक्रवार, 3 अप्रैल 2009

श्री राम जन्म भजन

श्री राम जन्म भजन

भजनकार: स्वर्गीय शान्ति देवी वर्मा

अवध में जन्में हैं श्री राम

अवध में जन्में हैं श्री राम,


दरश को आए शंकरजी...


कौन गा रहे?, कौन नाचते?,


कौन बजाएं करताल?


दरश को आए शंकरजी...


ऋषि-मुनि गाते, देव नाचते,


भक्त बजाएं करताल।


दरश को आए शंकरजी...


अंगना मोतियन चौक है,


द्वारे हीरक बंदनवार


अश को आए शंकरजी...


मलिन-ग्वालिन सोहर गायें,


नाचें दे-दे ताल।


दरश को आए शंकरजी...




मैया लाईं थाल भर मोहरें,


लो दे दो आशीष।


दरश को आए शंकरजी...


नाग त्रिशूल भभूत जाता लाख,


डरे न मेरो लाल।


दरश को आए शंकरजी...


बिन दर्शन हम कहूं न जैहें,


बैठे धुनी रमाय।


दरश को आए शंकरजी...


अलख जगाये द्वार पर भोला,


डमरू रहे बजाय।


दरश को आए शंकरजी...


रघुवर गोदी लिए कौशल्या,


माथ डिठौना लगाय।


दरश को आए शंकरजी...


जग-जग जिए लाल माँ तेरो,


शम्भू करें जयकार।


दरश को आए शंकरजी...


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बाजे अवध बधैया




बाजे अवध बधैया,


हाँ हाँ बाजे अवध बधैया...


मोद मगन नर-नारी नाचें,


नाचें तीनों मैया। हाँ-हाँ नाचें तीनों मैया,


बाजे अवध बधैया॥


मातु कौशल्या जनें रामजी,


दानव मार भगैया, हाँ-हाँ दानव मार भगैया


बाजे अवध बधैया...


मातु कैकेई जाए भरत जी,


भारत भार हरैया हाँ हाँ भारत भार हरैया,


बाजे अवध बधैया...


जाए सुमित्रा लखन-शत्रुघन,


राम-भारत की छैयां, हाँ हाँ राम-भारत की छैयां,


बाजे अवध बधैया...


नृप दशरथ ने गाय दान दी,


सोना सींग मढ़ईया, हाँ हाँ सोना सींग मढ़ईया,


बाजे अवध बधैया...


रानी कौशल्या मोहर लुटाती,


कैकेई हार-मुंदरिया, हाँ हाँ कैकेई हार-मुंदरिया,


बाजे अवध बधैया...


रानी सुमित्रा वस्त्र लुटाएं,


साडी कोट रजैया, हाँ हाँ साडी कोट रजैया,


बाजे अवध बधैया...


sइधी-हर हरि-दर्शन को आए,


दान मिले कुछ मैया, हाँ हाँ दान मिले कुछ मैया,


बाजे अवध बधैया...


'शान्ति'-सखी मिल सोहर गावें,


प्रभु की लेंय बलैंयाँ , हाँ हाँ प्रभु की लेंय बलैंयाँ,


बाजे अवध बधैया...


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