कुल पेज दृश्य

मंगलवार, 26 अक्तूबर 2021

हाइकु सलिला

हाइकु सलिला
संजीव
*
मैं मेहनत
तुम बनी प्रेरणा
हुए सफल।
*
देखा सपना
साथ तुम्हारे मैंने
पूरा होगा ही।
*
आ झूला झूलें
पेंग बढ़ाएँ ऐसी
आकाश छू लें।
*
आँखों आँखों में
बिन बोले बतियाँ
आओ कर लें।
*
क्या कहता है
धड़क रहा दिल?
दिल ही जाने।
*
२६-१०-२०२१

कोई टिप्पणी नहीं: