छंद शाला
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नाम क्या इस छंद का बतलाइए?
समझकर फ़िर अन्य को समझाइए.
रच सकें तो सौ गुना आनंद हो-
सिखा कर शारद कृपा भी पाइए.
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गीतिका रचना सरल है, कवि न यह व्यायाम है.
भाव रस लय बिम्ब गति यति, युक्त नव आयाम है.
छवि अलंकारित सुभाषा, ध्वनि निनादित नर्मदा.
काम माया मोह तज कर, कर्म केवल धर्मदा.
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नाम क्या इस छंद का बतलाइए?
समझकर फ़िर अन्य को समझाइए.
रच सकें तो सौ गुना आनंद हो-
सिखा कर शारद कृपा भी पाइए.
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गीतिका रचना सरल है, कवि न यह व्यायाम है.
भाव रस लय बिम्ब गति यति, युक्त नव आयाम है.
छवि अलंकारित सुभाषा, ध्वनि निनादित नर्मदा.
काम माया मोह तज कर, कर्म केवल धर्मदा.
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