कुल पेज दृश्य

शनिवार, 2 नवंबर 2013

mahalakshyamashtak stotram Hindi kavyanuvaad: tadrin - sanjiv

 II  ॐ II

II श्री महालक्ष्यमष्टक स्तोत्र II 

( मूल पाठ-तद्रिन हिंदी काव्यानुवाद-संजीव 'सलिल' )

नमस्तेस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते I
शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोsस्तुते II१II

सुरपूजित श्रीपीठ विराजित, नमन महामाया शत-शत.
शंख चक्र कर-गदा सुशोभित, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

नमस्ते गरुड़ारूढ़े कोलासुर भयंकरी I
सर्व पापहरे देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते II२II

कोलाsसुरमर्दिनी भवानी, गरुड़ासीना नम्र नमन.
सरे पाप-ताप की हर्ता,  नमन महालक्ष्मी शत-शत..

सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्ट भयंकरी I
सर्व दु:ख हरे देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते II३II

सर्वज्ञा वरदायिनी मैया, अरि-दुष्टों को भयकारी.
सब दुःखहरनेवाली, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

सिद्धि-बुद्धिप्रदे देवी भुक्ति-मुक्ति प्रदायनी I
मन्त्रमूर्ते सदा देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते II४II

भुक्ति-मुक्तिदात्री माँ कमला, सिद्धि-बुद्धिदात्री मैया.
सदा मन्त्र में मूर्तित हो माँ, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

आद्यांतर हिते देवी आदिशक्ति महेश्वरी I
योगजे योगसंभूते महालक्ष्मी नमोsस्तुते II५II

हे महेश्वरी! आदिशक्ति हे!, अंतर्मन में बसो सदा.
योग्जनित संभूत योग से, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

स्थूल-सूक्ष्म महारौद्रे महाशक्ति महोsदरे I
महापापहरे देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते II६II

महाशक्ति हे! महोदरा हे!, महारुद्रा  सूक्ष्म-स्थूल.
महापापहारी श्री देवी, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

पद्मासनस्थिते देवी परब्रम्ह स्वरूपिणी I
परमेशीजगन्मातर्महालक्ष्मी नमोsस्तुते II७II

कमलासन पर सदा सुशोभित, परमब्रम्ह का रूप शुभे.
जगज्जननि परमेशी माता, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

श्वेताम्बरधरे देवी नानालंकारभूषिते I
जगत्स्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोsस्तुते II८II

दिव्य विविध आभूषणभूषित, श्वेतवसनधारे मैया.
जग में स्थित हे जगमाता!, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

महा लक्ष्यमष्टकस्तोत्रं य: पठेद्भक्तिमान्नर: I
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यंप्राप्नोति सर्वदा II९II

जो नर पढ़ते भक्ति-भाव से, महालक्ष्मी का स्तोत्र.
पाते सुख धन राज्य सिद्धियाँ, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

एककालं पठेन्नित्यं महापाप विनाशनं I
द्विकालं य: पठेन्नित्यं धन-धान्यसमन्वित: II१०II

एक समय जो पाठ करें नित, उनके मिटते पाप सकल.
पढ़ें दो समय मिले धान्य-धन, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

त्रिकालं य: पठेन्नित्यं महाशत्रु विनाशनं I
महालक्ष्मीर्भवैन्नित्यं प्रसन्नावरदाशुभा II११II

तीन समय नित अष्टक पढ़िये, महाशत्रुओं का हो नाश.
हो प्रसन्न वर देती मैया, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

 II तद्रिन्कृत: श्री महालक्ष्यमष्टकस्तोत्रं संपूर्णं  II

तद्रिंरचित, सलिल-अनुवादित, महालक्ष्मी अष्टक पूर्ण.
नित पढ़ श्री समृद्धि यश सुख लें, नमन महालक्ष्मी शत-शत..

********************************************

8 टिप्‍पणियां:

sanjay verma ने कहा…

sanjay Verma

Aha ..

shyamalsuman@yahoo.co.in ने कहा…

Pranam Mahoday - Avashya padhunga - Depavali ki ASHESH Shubhkamnayen

guddo dadi ने कहा…

नन्हूं भाई आशीर्वाद दीपावली की बधाई अभी पढ़ती हूँ सो कर उठी

Anupama Tiwari ने कहा…

इतना तो मुझे पढना भी नहीं आता, आपको दीपावली की शुभकामनायें !

Mahesh Kumar Verma ने कहा…

धन्यवाद्
दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएँ व बधाई

Tripti Singh ने कहा…

May This Diwali be as bright as ever. May this Diwali bring joy, health and wealth to you. May the festival of lights brighten up you and your near and dear ones lives. May this Diwali bring in u the most brightest and choicest happiness and love you have ever Wished for. May this Diwali bring you the utmost in peace and prosperity. May lights triumph over darkness. May peace transcend the earth. May the spirit of light illuminate the world. May the light that we celebrate at Diwali show us the way and lead us together on the path of peace and social harmony "WISH U A VERY HAPPY DIWALI"

satish saxena 'shoonya' ने कहा…

बहुत अच्छा व् सामयिक प्रयास है. धन्यवाद.किया तो मैंने भी है इसे...मैंने आप से एक निवेदन किया था कि मैंने जो चित्रगुप्त यम द्वितीय कथा का अनुवाद पद्मपुराण से किया है वः यहीं फेस बुक पर इस्सी नाम के पेज पर डाला ह़ा है. यह दोहे चौपाइयों मैं है. इसकी सी.डी .बनाने के लिये क्या कर सकते है, आपने इस तरह काम पाहिले ही किया है. .

acharya devesh shastri ने कहा…

Acgarya Devesh Shastri

Ati shobhanam