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रविवार, 11 नवंबर 2018

manjusha man sammanit

               विश्व वाणी हिंदी संस्थान जबलपुर
अभियान ४०१ विजय अपार्टमेंट, नेपियर टाउन जबलपुर
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            कवयित्री मञ्जूषा 'मन' सम्मानित
जबलपुर ११.११.२०१८। विश्व वाणी हिंदी संस्थान जबलपुर के तत्वावधान में बलोदा बाजार से पधारी कवयित्री मंजूषा 'मन' के सम्मान में हाइकू गोष्ठी ख्यात छंद शास्त्री आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' की अध्यक्षता में संपन्न हुई। मञ्जूषा मन का परिचय श्रीमती छाया सक्सेना द्वारा दिया गया। ९ सितंबर को सागर में जन्मी मंजूषा वर्तमान में बलोदा बाजार में अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन में कार्यक्रम अधिकारी हैं। वे विश्ववाणी हिंदी संसथान की बलोदा बाजार ईकाई की संयोजिका हैं। जापानी छन्दों हाइकु, ताँका, सदोका, चौका आदि के अतिरिक्त गीत, ग़ज़ल दोहा, माहिया, कहानी आदि उनकी सृजन विधाएँ हैं।  

आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' ने जापानी छंद 'हाईकू' के उद्भव, विकास, रचना विधान, अन्य भाषाओँ तथा हिंदी के हाइकु लेखन में अंतर पर प्रकाश डालते हुए अंगरेजी, जापानी, मालवी, छत्तीसगढ़ी आदि के हाइकु सुनाए। उन्होंने  स्व. भगवतशरण उपाध्याय, सिद्धेश्वर, नलिनीकांत, सत्यमोहन वर्मा आदि के हाइकु प्रस्तुत कर स्थानीय हाइकुकारों के हाइकुओं से कथ्य और शिल्प की तुलना करते हुए अच्छे हाइकु के लक्षणों पर प्रकाश डाला।
मञ्जूषा जी ने अपने हाइकु संग्रह 'मैं सागर सी' से हाइकू तथा गीत-ग़ज़ल आदि प्रस्तुत किये। सर्व श्री बसंत शर्मा, छाया सक्सेना, इंद्र बहादुर श्रीवास्तव ने अपनी रचनाओं का पाठ किया जिनपर स्वस्थ विमर्श भी हुआ। आचार्य संजीव 'सलिल' ने हाइकु गीत, हाइकु ग़ज़ल तथा नवाविष्कृत रविशंकर छंद, अमरकंटक छंद की सरस-सारगर्भित रचनाएँ प्रस्तुत कीं। कवयित्री मंजूषा मन को ''काव्य श्री'' अलङ्करण तथा अंगवस्त्र से आचार्य सलिल, छाया सक्सेना, बसंत शर्मा आदि द्वारा सम्मानित किया गया। आभार प्रदर्शन इंद्रबहादुर श्रीवास्तव ने किया। 
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