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सोमवार, 3 जुलाई 2017

muktika

हास्य मुक्तिका:
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हाय मल्लिका!, हाय बिपाशा!!
हाउसफुल पिक्चर की आशा 
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तुम बिन बोलीवुड है सूना
तुम हो गरमागरम तमाशा
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तोला-माशा रूप तुम्हारा
झीने कपड़े रत्ती-माशा
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फ़िदा खुदा, इंसां, शैतां भी
हाय! हाय!! क्या रूप तराशा?
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गले लगाने ह्रदय मचलता
आँख खुले तो मिले हताशा
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मानें हार अप्सरा-हूरें
उर्वशियों को हुई हताशा
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नहा नीर में आग लगा दो
बूँद-बूँद हो मधुर बताशा
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#हिंदी_ब्लॉगिंग

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