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शनिवार, 22 अगस्त 2020

बघेली मुक्तिका : गणपति बब्बा

बघेली मुक्तिका
गणपति बब्बा
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रात-रात भर भजन सुनाएन गणपति बब्बा
मंदिर जाएन, दरसन पाएन गणपति बब्बा

कोरोना राच्छस के मारे, बंदी घर मा
खम्हा-दुअरा लड़ दुबराएन गणपति बब्बा

भूख-गरीबी बेकारी बरखा के मारे
देहरी-चौखट छत बिदराएन गणपति बब्बा

छुटकी पोथी अउर पहाड़ा घोट्टा मारिन
ीस बिना रो नाम कटाएन गणपति बब्बा

एक-दूसरे का मुँह देखि, चुरा रए अँखियाँ
कुठला-कुठली गाल फुलाएन गणपति बब्बा

माटी रांध बनाएन मूरत फूल न बाती
आँसू मोदक भोग लगाएन गणपति बब्बा

चुटकी भर परसाद मिलिस बबुआ मुसकाएन
केतना मीठ सपन दिखराएन गणपति बब्बा
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संजीव
२२-८-२०२०

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