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रविवार, 21 अप्रैल 2019

चित्र पर कविता चित्र - अनुप्रिया, कविता संजीव

चित्र पर कविता
चित्र - अनुप्रिया, कविता संजीव

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चीर तिमिर को प्रकट हुई शुचि काव्य कामिनी।
दिप-दिप दमक रही मेघों में दिव्य दामिनी।
दिखती लुकती चपल चंचला मन भरमाती-

उषा-साँझ सखियों सह शोभित 'सलिल' यामिनी।।

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