आज का विचार : thought of the day
संजीव सलिल'
*
जीवन पथ पर
नहीं अकारण मिलता कोई .
परखे, शोषण करे,
प्यार कर कोई सीख दे..
श्रेष्ठ वही जो-
छिपे हुए गुण खोज निकाले.
प्यार करे, स्वीकार करे
तुम जैसे भी हो.
रहे निकट,
तुम रखो निकट
उनको निज उर के..
*****

संजीव सलिल'
*
जीवन पथ पर
नहीं अकारण मिलता कोई .
परखे, शोषण करे,
प्यार कर कोई सीख दे..
श्रेष्ठ वही जो-
छिपे हुए गुण खोज निकाले.
प्यार करे, स्वीकार करे
तुम जैसे भी हो.
रहे निकट,
तुम रखो निकट
उनको निज उर के..
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