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शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

कुछ वर्णिक छंद 
अठ अक्षरी छंद 
विद्युन्माला छंद  
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गणसूत्र - म म ग ग , कलबाँट - २२२ २२२ २२ 
उदाहरण -
१. राणा को घेरे में देखा 
    झाला ने होनी को लेखा  
    आगे आ पागा ले धारा 
    राणा पे प्राणों को वारा 
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लक्ष्मी छंद  
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गणसूत्र - र र ग ल , कलबाँट - २१२ २१२ २१  
उदाहरण -
१. चाँद ने चाँदनी संग 
    रंग खेला; पिला भंग 
    हाय रे! भंग में रंग   
    हो गया रंग में भंग 
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मल्लिका छंद  
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गणसूत्र - र ज ग ल , कलबाँट - २१२ १२१ २१  
उदाहरण -
१. कृष्ण का विराट रूप  
    दिव्य भव्यता अनूप 
    पार्थ देख मोह त्याग    
    क्रोध से हुआ विरूप 
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नराचिका छंद  
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गणसूत्र - त र ल ग , कलबाँट - २२१ २१२ १२   
उदाहरण -
१. काँपा नहीं जरा हिया  
    नामो-निशां मिटा दिया  
    ज़िंदा न शत्रु एक था-
    किस्सा लिखा गया नया 
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प्रमाणिका छंद  
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गणसूत्र - ज र ल ग, कलबाँट - १२१ २१२ १२   
उदाहरण -
१. दिखी न प्रेयसी यहाँ   
    छिपी गई कहो कहाँ? 
    न रास-रंग में मजा-  
    चलो चलें गई जहाँ  
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चित्रपदा छंद  
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गणसूत्र - भ भ ग ग, कलबाँट - २११ २११ २२  
उदाहरण -
१. घूँघट आप उठाएँ 
    तो प्रिय-दर्शन पाएँ 
    और नहीं तरसाएँ    
    पास जरा झट आएँ 
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माणवक  छंद  
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गणसूत्र - भ त ल ग  , कलबाँट - २११ २२१ १२   
उदाहरण -
१. विप्र न था कर्ण; कहा  
    शाप मिला; झूठ कहा  
    मंत्र नहीं याद रहे- 
    द्वेष किया; आप दहा
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तुंग छंद  
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गणसूत्र - न न ग ग, कलबाँट - १११ १११ २२  
उदाहरण -
१. शुभ समय हँसाता 
    अशुभ पल रुलाता  
    मनुज नच रहा है -    
    समय चुप नचाता 
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पद्म छंद  
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गणसूत्र - न स ल ग, कलबाँट - १११ ११२ १२  
उदाहरण -
१. कलकल नदी कहे 
    तृषित न कहीं रहे    
    मलिन न नदी करो-    
    मुकुलित सदी रहे  
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नौ अक्षरी छंद 
रलका छंद  
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गणसूत्र - म स स, कलबाँट - २२२ ११२ ११२ 
उदाहरण -
१. चीनी सैन्य महाकपटी 
    मौका पाकर थी झपटी   
    जूझी भारत-सैन्य; लड़ी-  
    तोड़ी गर्दन; जीत डटी  
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वर्ष छंद  
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गणसूत्र - म त ज , कलबाँट - २२२ २२१ १२१  
उदाहरण -
१. नेताजी आश्वासन भूल  
    आँखों में झोंके हँस धूल   
    धोखे से नाराज किसान-  
    बागी हो जूझे बन शूल  
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पाईता छंद  
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गणसूत्र - म भ स, कलबाँट - २२२ २११ ११२ 
उदाहरण -
१. गंगा कूदी हिमगिरि से 
    मौका पाकर थी झपटी   
    जूझी भारत-सैन्य; लड़ी-  
    तोड़ी गर्दन; जीत डटी  
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