द्विपदियाँ
*
तमककर जो रुक गयीं तुम
आ गया भूकम्प झट से.
*
*
तमककर जो रुक गयीं तुम
आ गया भूकम्प झट से.
*
मौन से बातचीत अच्छी है
भाप प्रेशर कुकर से निकले तो
*
सिर्फ कहना सही ही काफी नहीं है
बात कहने का सलीका है जरूरी
*
स्नेह सरोवर सुखाकर करते जो नाशाद
वे शादी कर किस तरह, हो पायेंगे शाद?
*
चित्र गुप्त जिसका वही, लेता जब आकार
ब्रम्हा-विष्णु-महेश तब, होते हैं साकार
*
ॐ जपे नीरव अगर, कट जाएँ सब कष्ट
मौन रखे यदि शोर तो, होते दूर अनिष्ट
*
१६-५-२०१५
भाप प्रेशर कुकर से निकले तो
*
सिर्फ कहना सही ही काफी नहीं है
बात कहने का सलीका है जरूरी
*
स्नेह सरोवर सुखाकर करते जो नाशाद
वे शादी कर किस तरह, हो पायेंगे शाद?
*
चित्र गुप्त जिसका वही, लेता जब आकार
ब्रम्हा-विष्णु-महेश तब, होते हैं साकार
*
ॐ जपे नीरव अगर, कट जाएँ सब कष्ट
मौन रखे यदि शोर तो, होते दूर अनिष्ट
*
१६-५-२०१५
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें