दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
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शुक्रवार, 8 मई 2020
दोहा
दोहा तना-शाख से सुत सुता, जीवन महकना फूल मात-पिता जड़-मूल हैं, अहंकार है शूल।। ८-५-२०१९
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