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शनिवार, 24 अक्तूबर 2020

मुक्तक दिवाली

 मुक्तक

दीपावली तो दीप का जय गान है
अमर माटी और श्रम का मान है
जन्म माटी से हुआ, माटी-मिलें
काम हो निष्काम तभी महान है
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२४-१०-२०१६

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