शुभकामना 
खरे-खरे प्रतिमान रच 
जियें आप सौ वर्ष.
जीवन बगिया में खिलें 
पुष्प सफलता-हर्ष ..
चित्र गुप्त जिसका सकें  
उसे आप पहचान.
काया-स्थित है वही,
कर्म देव भगवान.
ॐ प्रकाश बिखेरता 
रहे अहर्निश संग 
आशुतोष आनंद दे  
अंशुमान भर रंग  
आशा की सुषमा सदा 
सफल साधना हो सदा 
मन सचेत संजीव 
पूनम दे नित चाँदनी 
दे सुगंध राजीव    
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