मनपसन्द कवि और कविता
दूसरा
राग तैलंग
*
एक को एक अच्छे काम का विचार आया
तो दूसरे ने उस पर शक जताया
एक ने
काम करना शुरू किया
तो दूसरे ने निक्स निकाला
एक
जब काम पूरा कर रहा था
तो दूसरा तब भी आलोचना कर रहा था
काम जब सफल हो गया
तो दूसरे ने
दूसरों के साथ
एक के लिए
ताली बजाई और
भीड़ में गुम हो गया।
***
कवि परिचय - राग तैलंग, जन्म १८-४-१९६३, शहपुरा, डिंडोरी, मध्य प्रदेश। शिक्षा- एम्. एससी. इलेक्ट्रॉनिक्स। संप्रति महामंत्री मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन, सहायक महाप्रबंधक मध्य प्रदेश दूर संचार परिमंडल बी. एस. एन. एल. भोपाल। प्रकाशित काव्य संग्रह- शब्द गुम हो जाने के खतरे, मिट्टी में नमी की तरह, बाजार से बेदखल, कहीं किसी जगह कई चेहरों की एक आवाज़, कविता ही आदमी को बचाएगी, अंतर्यात्रा, मैं पानी बचत हूँ, निबन्ध संग्रह- समय की बात। ईमेल raagtelang@gmail.com .
दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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शनिवार, 26 सितंबर 2020
राग तैलंग
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आचार्य संजीव वर्मा सलिल
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