ॐ
छंद बहर का मूल है: ७
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छंद परिचय:
संरचना: SIS SIS IS / SISS ISIS
सूत्र: ररलग।
आठ वार्णिक जातीय छंद।
तेरह मात्रिक जातीय छंद।
बहर: फ़ाइलुं फ़ाइलुं फ़अल / फ़ाइलातुं मुफ़ाइलुं ।
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देवता है वही सही
जो चढ़ा वो मँगे नहीं
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बाल सारे सफेद हैं
धूप में ये रँगे नहीं
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लोग ईसा बनें यहाँ
सूलियों पे टँगे नहीं
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दर्द नेता न भोगता
सत्य है ये सभी कहीं
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आम लोगों न हारना
हिम्मतें ही जयी रहीं
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SISS ISIS
जी न चाहे वहीं चलो
धार ही में बहे चलो
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दूसरों की न बात हो
हाथ खाली मले चलो
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छोड़ भी दो तनातनी
ख्वाब हो तो पले चलो
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दुश्मनों की निगाह में
शूल जैसे चुभे चलो
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व्यर्थ सीना न तान लो
फूल पाओ झुके चलो
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२०.४.२०१७
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