मुक्तिका
*
हँस इबादत करो .
मत अदावत करो
मौन बैठो न तुम
कुछ शरारत करो
सो लिये हो बहुत
जग बगावत करो
अब न फेरो नजर
मिल इनायत करो
आज शिकवे सुनो
कल शिकायत करो
छोड चलभाष दो
खत किताबत करो
२४-४-२०१६
***
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हँस इबादत करो .
मत अदावत करो
मौन बैठो न तुम
कुछ शरारत करो
सो लिये हो बहुत
जग बगावत करो
अब न फेरो नजर
मिल इनायत करो
आज शिकवे सुनो
कल शिकायत करो
छोड चलभाष दो
खत किताबत करो
२४-४-२०१६
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