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शनिवार, 29 अप्रैल 2017

mukatak


विश्ववाणी हिंदी भाषा-साहित्य संस्थान 
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। हिंदी आटा माढ़िये, उर्दू मोयन डाल । 
।।'सलिल' संस्कृत सान दे, पूरी बने कमाल।।
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। जन्म ब्याह राखी तिलक, गृहप्रवेश त्यौहार ।
।।'सलिल' बचा पौधे लगा, दें पुस्तक उपहार।।
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मुक्तक
प्रेरणा सुंदर बहुत यह सत्य ही है 
प्रेरणा पा हो रहा हर कृत्य भी है 
शत नमन कर कोशिशें पातीं सफलता 
सकल जीवन प्रेरणा का नृत्य ही है
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२८-४-२०१५ 
९४२५१८३२४४ salil.sanjiv@gmail.com

  

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