कुल पेज दृश्य

गुरुवार, 31 अक्तूबर 2019

२८ वर्णिक/४३ मात्रिक दण्डक छंद

छंद कार्यशाला -
२८ वर्णिक/४३ मात्रिक दण्डक छंद
विधान - २८ वर्णिक, ६-१४-१८-२३-२८ पर यति।
४३ मात्रिक, १०-११--७-६-९ पर यति।
गणसूत्र - र त न ज म य न स ज ग।
*
नाद से आल्हाद, झर कर ही रहेगा, देख लेना, समय खुद, देगा गवाही अक्षरों में भाव, हर भर जी सकेगा, लेख लेना, सृजन खुद, देगा सुनाई शब्द हो नि:शब्द, अनुभव ले सकेगा, सीख देगा, घुटन झट होगी पराई भाव में संचार, रस भर पी सकेगा, लीक होगी, नवल फिर हो वाह वाही
*
संजीव
९४२५१८३२४४
salil.sanjiv@gmail.com

कोई टिप्पणी नहीं: