दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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शनिवार, 3 अप्रैल 2021
क्षणिका
क्षणिका कानून और आदमी * क़ानून को आम आदमी तोड़े तो बदमाश निर्बल तोड़े तो शैतान असहाय तोड़े तो गुंडा समर्थ या नेता तोड़े तो निर्दोष और अभिनेता तोड़े तो सहानुभूति का पात्र. ***
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