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मंगलवार, 9 मई 2017

apni apni baat: stree

    अपनी-अपनी बात: स्त्री  
    women are like vehicles, everyone appreciate the outside beauty, but the inner beauty is embraced by her owner- पायल शर्मा
    'स्त्री वाहन नहीं, संस्कृति की वाहक है.
    मानव मूल्यों की स्त्री ही तो चालक है..
    वाहन की चाबी कोई भी ले सकता है.
    चाबी लगा घुमा कर उसको खे सकता है.
    स्त्री चाबी बना पुरुष को सदा घुमाती.
    जब जी चाहे रोके, उठा उसे दौडाती.
    विधि-हरि-हर पर शारद-रमा-उमा हावी हैं.
    नव दुर्गा बन पुजती स्त्री ही भावी है' 
      ५-५-२०१०

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