कजलियों सी हरी-भरी हो ज़िंदगी हमारी:
नयी फसल के अंकुर विकसे, पूज कजलियाँ मिले खुशी
हिलमिल खाएं खजुरियां जी भर हो मिठास हर साँस घुली।
जीवन संगिनी साधना के साथ संजीव 'सलिल'
जीवन बगिया में हरियाली लाड़ो बिटिया तुहिना से
अपनी आशा बुआ से शुभाशीष लेता बेटा मन्वंतर
मान-बेटे की कजलियाँ :
अभिन्न मित्र अशोक नोगरैया के साथ कजलियों का आनंद:
जीवनसंगिनी डॉ. साधना वर्मा को आशीषित करती आशा जिज्जी
बेटे मन्वंतर तथा भाभी आशा नोगरैया के साथ कजलियों का आनंद
नोगरैया दंपति : अशोक-आशा और कजलियों की खिलखिल
नयी फसल के अंकुर विकसे, पूज कजलियाँ मिले खुशी
हिलमिल खाएं खजुरियां जी भर हो मिठास हर साँस घुली।
जीवन संगिनी साधना के साथ संजीव 'सलिल'
जीवन बगिया में हरियाली लाड़ो बिटिया तुहिना से
अपनी आशा बुआ से शुभाशीष लेता बेटा मन्वंतर
मान-बेटे की कजलियाँ :
अभिन्न मित्र अशोक नोगरैया के साथ कजलियों का आनंद:
जीवनसंगिनी डॉ. साधना वर्मा को आशीषित करती आशा जिज्जी
बेटे मन्वंतर तथा भाभी आशा नोगरैया के साथ कजलियों का आनंद
नोगरैया दंपति : अशोक-आशा और कजलियों की खिलखिल
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