कुल पेज दृश्य

बुधवार, 9 जून 2021

द्विपदियाँ (शे'र)

द्विपदियाँ (शे'र)
संजीव
*
आँसू का क्या, आ जाते हैं
किसका इन पर जोर चला है?
*
आँसू वह दौलत है याराँ
जिसको लूट न सके जमाना
*
बहे आँसू मगर इस इश्क ने नही छोड़ा
दिल जलाया तो बने तिल ने दिल ही लूट लिया
*
९-६-२०१५

कोई टिप्पणी नहीं: