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शुक्रवार, 25 जून 2021

मैं भारत हूँ


११-७-२०१८ 
विजय भारत भारती की, अनुपमा शोभा लखें 
जन्म लें गोविन्द भी आ, संग कमला भी दिखें 
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हो अशोक स्वदेश सारा, निशा सारा तम पिएँ 
प्रगट सरला उषा सीमा, हम दधीच सदृश जिएँ 
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बनें कंकर सभी शंकर, जीव हर संजीव हो 

शरद पुष्पाए हमेशा, हरे मधुसूदन तिमिर 
एकता का आचरण कर, छू सकें साफल्य हर 
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तिरुपुर सेलम को नमन, कोयंबटूर सलाम
जय जय करें इरोड की, भारत हो सुख धाम
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अटल करें संकल्प हम, बीना छेड़े राग 
भारत भारत ही रहे, हर दिल में है आग 
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श्रवण संस्कृति सनातन, पाती विजय हमेश 
शोभा इसकी अनुपमा, निर्मल सलिल अशेष  
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श्रीगोपाल सदय रहें, हर दिन विपुल विकास 
हम दधीच वत कर सकें, निशा पूर्ण हो आस 
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हो अशोक जनगण सकल, जन मत हो कैलाश 
जीव सभी संजीव हों, साक्षी हो आकाश 
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हर मन में विश्वास हो, तरुण अरुण है साथ 
मधु दे कडुवाहट मिटा, गह हरीश का हाथ 
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कौन किशोर नहीं यहाँ, सोहन ह्रदय उमंग 
शशि प्रकाश दस दिश बिखर, जीते निश्चय जंग 
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२३-६-२०२१ 
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