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गुरुवार, 17 जून 2021

गीत मैं भारत हूँ

 गीत 
आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'
वृक्षों में वट वृक्ष सदृश मैं भारत हूँ
*
जड़ें सनातन ज्ञान आत्मा है मेरी
तन है तना समान सुदृढ़ आश्रयदाता
शाखाएँ हैं प्रथा पुरातन परंपरा 
पत्ता पत्ता जीव, गीत मिल गुंजाता
पंछी कलरव करते, आगत स्वागत हूँ
वृक्षों में वट वृक्ष सदृश मैं भारत हूँ
*
औषध बन मैं जाने कितने रोग हरूँ 
लकड़ी बल्ली मलगा अनगिन रूप धरूँ
कोटर में, शाखों पर जीवन विकसित हो
आँधी तूफां सहता रहता अविचल हो
पूजन व्रत मैं, सदा सुहागन ज्योतित हूँ
वृक्षों में वट वृक्ष सदृश मैं भारत हूँ
*
हूँ अनेक में एक, एक में अनगिनती
सूर्य-चंद्रमा, धूप-चाँदनी सहचर हैं
ग्रह-उपग्रह, तारागण पवन मित्र मेरे
अनिल अनल भू सलिल गगन मम पालक हैं
सेतु ज्ञान विज्ञान मध्य, गत-आगत हूँ
वृक्षों में वट वृक्ष सदृश मैं भारत हूँ
*
वेद पुराण उपनिषद आगम निगम लिखे
ऋषियों ने मेरी छाया में हवन करे
अहंकार मनमानी का उत्थान-पतन
देखा, लेखा ऋषि पग में झुकता नृप सिंहासन 
विधि-ध्वनि, विष्णु-रमा, शिव-शिवा तपी-तप हूँ
वृक्षों में वट वृक्ष सदृश मैं भारत हूँ
*
विश्व नीड़ में आत्म दीप बन जलता हूँ
चित्र गुप्त साकार मूर्त हो मिटता हूँ
जगवाणी हिंदी मेरा जयघोष करे
देवनागरी लिपि जन-मन हथियार सखे!
सूना अवध सिया बिन, मैं भी दंडित हूँ
वृक्षों में वट वृक्ष सदृश मैं भारत हूँ
*
९४२५१ ८३२४४

गीत गुंजन 
१७-६-२०२१, समय अपराह्न ४ बजे से 
फेसबुक पृष्ठ : अभियान जबलपुर 
अध्यक्ष 
आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' 
संयोजक : विश्ववाणी हिंदी संस्थान अभियान जबलपुर  
मुख्य अतिथि 
विजय जैन 
राष्ट्रीय अध्यक्ष मैं भारत हूँ 
संचालन सरला वर्मा, छाया सक्सेना 'प्रभु'
*
सरस्वती वंदना : अर्चना गोस्वामी, जबलपुर 
भारत वंदना : विभा तिवारी, जौनपुर 
आमंत्रित कविगण - सर्व आदरणीय 
सदानंद कवीश्वर, नोएडा  
निशि शर्मा 'जिज्ञासु', दिल्ली  
गीता शुक्ला, दिल्ली  
गीता चौबे, रांची  
संतोष शुक्ला, ग्वालियर
पुनीता भारद्वाज, भीलवाड़ा  
सुरेश कुशवाहा 'तन्मय', भोपाल  
मनोहर चौबे 'आकाश', जबलपुर 
बसंत शर्मा, जबलपुर 
भारती नरेश पाराशर, जबलपुर 
मुकुल तिवारी, जबलपुर 
इंद्रबहादुर श्रीवास्तव, जबलपुर  
डॉ. अनिल कुमार बाजपेई, जबलपुर 
उदयभानु तिवारी 'मधुकर'
*

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