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शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

कार्यशाला: प्रश्नोत्तर

कार्यशाला: प्रश्नोत्तर 
रोज मैं इस भँवर से दो- चार होता हूँ
क्यों नहीं मैं इस नदी से पार होता हूँ ।
*
लाख रोके राह मेरी, है मुझे प्यारी
इसलिए हँस इसी पर सवार होता हूँ ।
*

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