दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
आ० आचार्य जी, दोनों ही विचार महत्वपूर्ण हैं किंतु - अशुभ असुंदर से पाला अधिकाधिक पड़ता है सत्य और शिव सुन्दर तो कभी कभी घटता है * * * सच्चे मित्र आज के युग में अगर कभी मिल जाते हैं पास और दूरी के अंतर तब तो मन तड़पाते हैं सादर कमल
3 टिप्पणियां:
- kiran5690472@yahoo.co.in
Ati uttam vichar !!
deepti gupta ✆ द्वारा yahoogroups.com
kavyadhara
अतिसुन्दर !
सादर,
दीप्ति
sn Sharma ✆ द्वारा yahoogroups.com
kavyadhara
आ० आचार्य जी,
दोनों ही विचार महत्वपूर्ण हैं किंतु -
अशुभ असुंदर से पाला अधिकाधिक पड़ता है
सत्य और शिव सुन्दर तो कभी कभी घटता है
* * *
सच्चे मित्र आज के युग में अगर कभी मिल जाते हैं
पास और दूरी के अंतर तब तो मन तड़पाते हैं
सादर
कमल
एक टिप्पणी भेजें