कुल पेज दृश्य

सोमवार, 20 जुलाई 2009

बाल गीत: पारुल, आचार्य संजीव 'सलिल'

पारुल

रुन-झुन करती आयी पारुल।

सब बच्चों को भायी पारुल।

बादल गरजे, तनिक न सहमी।

बरखा लख मुस्कायी पारुल।

चम-चम बिजली दूर गिरी तो,

उछल-कूद हर्षायी पारुल।

गिरी-उठी, पानी में भीगी।

सखियों सहित नहायी पारुल।

मैया ने जब डाँट दिया तो-

मचल-रूठ-गुस्सायी पारुल।

छप-छप खेले, ता-ता थैया।

मेंढक के संग धायी पारुल।

'सलिल' धार से भर-भर अंजुरी।

भिगा-भीग मस्तायी पारुल।


-संजीव 'सलिल'

14 टिप्‍पणियां:

ओम आर्य... ने कहा…

क्या पारुल मन को आपने मोह लिया ......मै भी बच्चा जैसा ही अनुभव कर रहा हुँ.

July 7, 2009 1:18 PM

Disha... ने कहा…

बहुत खूब है तुम्हरी पारुल
सबके मन को भायी पारुल
धन्यवाद

July 7, 2009 2:01 PM

Shamikh Faraz... ने कहा…

रुन-झुन करती आयी पारुल।
सब बच्चों को भायी पारुल।
बादल गरजे, तनिक न सहमी।
बरखा लख मुस्कायी पारुल।
चम-चम बिजली दूर गिरी तो,
उछल-कूद हर्षायी पारुल।
गिरी-उठी, पानी में भीगी।
सखियों सहित नहायी पारुल।
मैया ने जब डाँट दिया तो-
मचल-रूठ-गुस्सायी पारुल।
छप-छप खेले, ता-ता थैया।
मेंढक के संग धायी पारुल।
'सलिल' धार से भर-भर अंजुरी।
भिगा-भीग मस्तायी पारुल।


ग़ज़ल की form में एक अच्छी कविता

July 7, 2009 4:06 PM

rachana... ने कहा…

क्या बात है पारुल की
बहुत खूब
सादर
रचना

July 7, 2009 10:02 PM

manu... ने कहा…

LOVLY PARUL...

July 8, 2009 5:59 AM

SUNIL DOGRA जालि‍म... ने कहा…

पारुल बड़ी प्यारी है

July 8, 2009 11:43 PM

vinay k joshi... ने कहा…

माननीय,
एक मासूम कविता | एसी कविताये ही अमर बनती है क्योंकि इन्हें कागज कलम की दरकार नहीं होती | सहज प्रवाही मुख सुखकारी |
सादर

July 11, 2009 8:37 AM

Manju Gupta... ने कहा…

पारुल की तरह मैं भी हर्षित हो गयी

July 12, 2009 6:08 PM

d s chauhan... ने कहा…

dschauhan...
बारिश में खूब नहाये पारुल के संग!
सभी बहुत हर्षाये पारुल के संग!!
संजीव जी बहुत अच्छी और मासूम सी कविता के लिए बधाई!
देवेन्द्र सिंह चौहान

July 13, 2009 11:42 AM

AlbelaKhatri.com … ने कहा…

mantramugdh kar diya ........
waah
waah
badhaai !

July 11, 2009 2:08 AM

Divya Narmada ने कहा…

पारुल जिनके मन रूचि,
उन सबका आभार.
पारुल की मुस्कान हर,
ले आती त्यौहार.

Dr. Sadhana Verma ने कहा…

Lovely...Nice

vivekranjan ने कहा…

पारुल ने मन मोह लिया.

anshumaan, banglore ने कहा…

saras, saral baal geet.