दिनांक ०३ अगस्त २००९ को जयपुर राजस्थान में राष्ट्रीय कायस्थ महासभा ने सम्मानित किया ५ प्रबुद्ध साहित्य मनीषियों को
वतन को नमन के रचियता वरिष्ठ कवि प्रो.सी.बी.श्रीवास्तव "विदग्ध" जबलपुर ,मण्डला से
सूतपुत्र खण्ड काव्य के रचियता श्री दयाराम गुप्त "पथिक" ब्यौहारी शहडोल से
मधुआला के कवि श्री वत्स आगरा से
पं. श्रीराम शर्मा जी के साहित्य पर शोध कार्य की प्रणेता सुश्री कविता रायजादा आगरा से
चाणक्य नीति के पद्यानुवादक श्री गौतम अहमदाबाद से
दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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मंगलवार, 4 अगस्त 2009
जयपुर राजस्थान में राष्ट्रीय कायस्थ महासभा ने सम्मानित किया ५ प्रबुद्ध साहित्य मनीषियों को उसी अवसर पर प्रो.सी.बी.श्रीवास्तव , श्री दयाराम गुप्त ....
सामाजिक लेखन हेतु ११ वें रेड एण्ड व्हाईट पुरस्कार से सम्मानित .
"रामभरोसे", "कौआ कान ले गया" व्यंग संग्रहों ," आक्रोश" काव्य संग्रह ,"हिंदोस्तां हमारा " , "जादू शिक्षा का " नाटकों के माध्यम से अपने भीतर के रचनाकार की विवश अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का दुस्साहस ..हम तो बोलेंगे ही कोई सुने न सुने .
यह लेखन वैचारिक अंतर्द्वंद है ,मेरे जैसे लेखकों का जो अपना श्रम, समय व धन लगाकर भी सच को "सच" कहने का साहस तो कर रहे हैं ..इस युग में .
लेखकीय शोषण , व पाठकहीनता की स्थितियां हम सबसे छिपी नहीं है , पर समय रचनाकारो के इस सारस्वत यज्ञ की आहुतियों का मूल्यांकन करेगा इसी आशा और विश्वास के साथ ..
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3 टिप्पणियां:
राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के द्वारा प्रदत्त प्रथम साहित्यिक अलंकरणों से सम्मानित सभी शारदा पुत्रों को शत-शत बधाई और शुभ कामना.
Healthy tradition...must continue.
shabdkar ka swagat aur samman shuhb hai.
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