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रविवार, 19 जुलाई 2020

कजरी_गीत प्रियंका सिंह

प्रियंका सिंह 
कबले अइहें पियवा हमार...... ऐ हरि
देखअ तानी रहिया कबसे खड़ी खड़ी -२
दिन बीतल तोहका देखे मुँह मुर्झाइल बा
सजल कबसे छूटल केश ओझराइल बा
रोइ रतिया बीते सेजिया पर पड़ी पड़ी
कबले अइहें पियवा हमार .......ऐ हरि -२
सावन के ई बुनिया बड़ बौराइल बा
कासे कहि हम दुखवा पिय न आइल बा
पतराईल देहिया मनवा कुहके बड़ी बड़ी
कबले अइहें पियवा हमार .......ऐ हरि -२
तीज तेव्हरिया नीक न लागे आवा ऐ बलम
सुन भइल अंगनिया तू घरे आवा ऐ बलम
जड़े ई मनवा अईसे ना सतावा ऐ बलम
बरसे ला अखियाँ देहरी के धरी धरी
कबले अइहें पियवा हमार .......ऐ हरि -२
कबले अइहें पियवा हमार...... ऐ हरि
देखअ तानी रहिया कबसे खड़ी खड़ी- २

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