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गुरुवार, 13 सितंबर 2012

हिंदी दिवस पर विशेष रचना: हिन्दी, हिन्दी, हिन्दवी... नवीन सी. चतुर्वेदी

हिंदी दिवस पर विशेष रचना: 
हिन्दी, हिन्दी, हिन्दवी...
 नवीन सी. चतुर्वेदी
 *
हिन्दी, हिन्दी, हिन्दवी, गूँजे चारों ओर |
हिन्दी-हिन्दुस्तान का, दुनिया भर में शोर ||
दुनिया भर में शोर, होड़ सी मची हुई है |
पहले पहुँचे कौन, शर्त सी लगी हुई है |
करो नहीं तुम भूल, समझ कर इस को चिंदी |
गूगल, माय्क्रोसोफ्ट, आज सिखलातेहिंदी। 



हिन्दी में ही देखिये, अपने सारे ख़्वाब |
हिन्दी में ही सोचिये, करिये सभी हिसाब ||
करिये सभी हिसाब, ताब है किस की प्यारे |
ऐसा करते देख, आप को जो दुत्कारे |
एप्लीकेशन-फॉर्म, भले न भरें हिन्दी में |
पर अवश्य परिहास-विलाप करें हिन्दी में ||

हिन्दी भाषा से अगर, तुम को भी हो प्रेम |
तो फिर मेरे साथ में तुम भी लो यह नेम |
तुम भी लो यह नेम, सभी मुमकिन हिस्सों में |
हिन्दी इस्तेमाल - करें सौदों-किस्सों में |
छोटी सी बस मित्र यही अपनी अभिलाषा |
दुनिया में सिरमौर बने यह हिन्दी भाषा ||

हिन्दुस्तानी बोलियों, को दे कर सम्मान |
अंग्रेजी को भी मिले, कहीं-कहीं पर स्थान ||
कहीं-कहीं पर स्थान, तभी भाषा फैलेगी |
पब्लिक ने इंट्रेस्ट लिया, तब ही पनपेगी |
भरी सभा के मध्य, बात कहते एलानी |
अपनी वही ज़ुबान, जो कि है हिन्दुस्तानी ||
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