कुल पेज दृश्य

शनिवार, 11 सितंबर 2010

भजन : एकदन्त गजवदन विनायक ..... संजीव 'सलिल'

भजन :

एकदन्त गजवदन विनायक .....

संजीव 'सलिल'
 *






*
एकदन्त गजवदन विनायक, वन्दन बारम्बार.
तिमिर हरो प्रभु!, दो उजास शुभ, विनय करो स्वीकार..
*
प्रभु गणेश की करो आरती, भक्ति सहित गुण गाओ रे!
रिद्धि-सिद्धि का पूजनकर, जन-जीवन सफल बनाओ रे!...
*
प्रभु गणपति हैं विघ्न-विनाशक,
बुद्धिप्रदाता शुभ फलदायक.
कंकर को शंकर कर देते-
वर देते जो जिसके लायक.
भक्ति-शक्ति वर, मुक्ति-युक्ति-पथ-पर पग धर तर जाओ रे!...
प्रभु गणेश की करो आरती, भक्ति सहित गुण गाओ रे!...
*
अशुभ-अमंगल तिमिर प्रहारक,
अजर, अमर, अक्षर-उद्धारक.
अचल, अटल, यश अमल-विमल दो-
हे कण-कण के सर्जक-तारक.
भक्ति-भाव से प्रभु-दर्शन कर, जीवन सफल बनाओ रे!
प्रभु गणेश की करो आरती, भक्ति सहित गुण गाओ रे!...
*
संयम-शांति-धैर्य के सागर,
गणनायक शुभ-सद्गुण आगर.
दिव्य-दृष्टि, मुद मग्न, गजवदन-
पूज रहे सुर, नर, मुनि, नागर.
सलिल-साधना सफल-सुफल दे, प्रभु से यही मनाओ रे.
प्रभु गणेश की करो आरती, भक्ति सहित गुण गाओ रे!...
******************
दिव्यनर्मदा.ब्लागस्पाट.कॉम 

6 टिप्‍पणियां:

Ajay Kumar Jha ने कहा…

बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं आपको

Ratnesh Tripathi ने कहा…

आपको परिवार सहित गणेश चतुर्दशी की शुभकामनाएं !

Ganesh Jee 'Bagi' ने कहा…

जय हो भगवन गणेश की .............

ashish yadav ने कहा…

salil ji pranaam.
fir bhagwaan ganesh ke charano me shubh wandan.
bahut hi manbhaawak rachana bhagwaan ke liye kahi hai aapne. bahut achchha laga. sundar shabdo se susajjit,

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) … ने कहा…

विघ्न विनाशक सिद्धि विनायक की जय हो!

ब्लॉगर राज भाटिय़ा … ने कहा…

गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें.