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रविवार, 18 अप्रैल 2010

अमिताभ श्रीवास्तव का किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में चयन

अमिताभ श्रीवास्तव का किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में चयन

भारत सरकार के विज्ञान और तकनीकी विभाग द्वारा प्रायोजित किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य शोध कार्यो में रुचि रखने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करना है।इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस बैंगलोर द्वारा आज घोषित इस वर्ष के परिणामो में नगर के क्राइस्ट चर्च बायज स्कूल के छात्र अमिताभ श्रीवास्तव का चयन पूरे देश से लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार के द्वारा अंतिम रूप से बेसिक साइंस की फैलोशिप हेतु चुने गये २१५ बच्चो में किया गया हैं .

अमिताभ श्रीवास्तव , शिक्षाविद प्रो. सी.बी श्रीवास्तव के नाती व म. प्र. राज्य विद्युत मण्डल जबलपुर में अतिरिक्त अधीक्षण इंजीनियर सिविल श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव व श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव के सुपुत्र हैं .अमिताभ अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता व अपने शिक्षको को देते हैं . बचपन से ही मेधावी अमिताभ को एन टी एस ई की राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पहले से ही मिल रही है .

ओलम्पियाड फाउण्डेशन द्वारा आयोजित साइंस ओलंपियाड , मैथ्स ओलम्पियाड, व साइबर ओलम्पियाड में भी अमिताभ को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम १०० छात्रो में स्थान मिला है .अमिताभ ने अपनी कक्षा ८ तक की पढ़ाई मोण्टफोर्ट स्कूल मण्डला से की है . बेसिक साइंस, इंजीनियरिंग और मेडिकल साइंस की पढाई करने वाले छात्र किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना का लाभ उठा सकते हैं। किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना को तीन भागों में बांटा गया है -प्रथम बेसिक साइंस के छात्र, द्वितीय इंजीनियरिंग के छात्र और तृतीय मेडिकल साइंस के छात्र। बेसिक साइंस के छात्रों का चयन भी तीन भागों में बांट कर किया जाता है, जिनमें प्रथम कक्षा 10 की परीक्षा पास किए छात्र, द्वितीय बीएससी और एमएससी इंटिग्रेटेड के प्रथम और तृतीय वर्ष के छात्र तथा तृतीय एमएससी और एमएससी इंटिग्रेटेड के चतुर्थ और पांचवें वर्ष के छात्र इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। भारत सरकार की इस योजना के तहत छात्र को ४000 से ७000 रुपये प्रति माह तक फेलोशिप प्रदान की जाती है।


किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना का लाभ केवल भारत में पढने वाले भारतीय छात्र ही उठा सकते हैं। बेसिक साइंस के तहत इस योजना का लाभ उठाने के लिए दसवीं में गणित और विज्ञान विषय में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त होना अनिवार्य है। अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रों को 65 प्रतिशत अंक आवश्यक है, जो छात्र विज्ञान विषय के साथ ग्यारहवीं में अध्ययनरत हैं, वे भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। बीएससी प्रथम वर्ष और एमएससी इंटिग्रेटेड के द्वितीय वर्ष के छात्र, जिन्होंने बारहवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किया हो, वे भी आवेदन कर सकते हैं। तृतीय 11वीं और 12वीं में अध्ययनरत छात्र, जो किसी भी अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में शामिल हों, वे भी आवेदन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इंजीनियरिंग के वे छात्र, जो बीई/ बीटेक/ बीआर्क के प्रथम वर्ष में हैं, जिन्होंने बारहवीं की परीक्षा में कम-से-कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हों, वे भी आवेदन के पात्र होते हैं। इस योजना में बेसिक साइंस के छात्रों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होता है।राष्ट्रीय स्तर पर लिखित परीक्षा में चयनित छात्रों को साक्षात्कार हेतु बुलाया जाता है , जहां विषय विशेषज्ञ विज्ञान के प्रति अभिरुचि का गहन परीक्षण कर अंतिम चयन करते हैं . इंजीनियरिंग और मेडिकल के छात्र के चयन का मुख्य आधार छात्र का प्रोजेक्ट रिपोर्ट होता है। इस योजना के तहत प्रत्येक फेलोशिप के लिए अलग-अलग आवेदन पत्र भरना होता है।यह परीक्षा इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस बैंगलोर के द्वारा प्रति वर्ष आयोजित की जाती है . अमिताभ को उसके साथियो , शिक्षको ने इस राष्ट्रीय उपलब्धि पर बधाई दी है .

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