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शनिवार, 27 जुलाई 2019

दोहा दुनिया - शुभ प्रभात

दोहा दुनिया :
शुभ प्रभात
*
रह प्रशांत रच छंद तो, शुभ प्रभात हो आप
गौरैया कलरव करे, नाद सके जग व्याप 
*

खुली हवा में सांस ले, जी भर फिर दे छोड़ 
शुभ प्रभात कह गगन से, सुत सम नाता जोड़
*
पैर जमा जब धरा पर, कर करबद्ध प्रणाम 
माता तेरी गोद में, आता पुत्र अनाम  
*
अष्ट दिशाओं को नमन, कर कह 'रहना साथ
जितने दिन भी मैं जिऊँ, कभी न नत हो माथ' 

अँजुरी भरकर सलिल से, चेहरे पर छिड़काव 
कर- प्रभु का सुमिरन करो, मेटो ईश अभाव
*
सब छोटों को याद कर, मन से दो आशीष
जहाँ रहें सुख से रहें, हो संजीव मनीष 
*
जड़-चेतन से पुलक कह, शत वंदन आभार 
जीवन भर पा-दे सकूँ, वर दो साथी प्यार 
*
संजीव 
२७-७-२०१९ 
७९९९५५९६१८ 


रविवार, 14 जुलाई 2019

शुभ प्रभात 
*
देश प्रथम, दल रहे बाद में 
शुभ प्रभात
आम प्रथम, हो खास बाद में
शुभ प्रभात 
दीनबंधु बन खुशी लुटाये
शुभ प्रभात
कुछ पौधों को वृक्ष बना दें
शुभ प्रभात

सोमवार, 6 मई 2013

HINDI RHYME: SHUBH PRABHAT SANJIV

बाल गीत:
शुभ प्रभात
संजीव 'सलिल' 
***
 

शुभ प्रभात, गुड मोर्निंग,
आओ! खेलें खेल।
उछलें-कूदें, नाचें-गायें-
रख आपस में मेल।
*
कलियों से सीखें मुस्काना,
फूलों से नित खिलना।
चिड़ियों से सीखें संग रहना-
आसमान में उड़ना।
चलो! तोड़ दें बैर-भाव की-
मिलकर आज नकेल…
*
हरियाली दे शुद्ध हवा हँस,
बादल देता छैयां।
धूप अँधेरा हरकर थामे-
उजियारे की बैयां।
कोयल कहती मीठा बोलो
छोडो दूर झमेल
*