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सोमवार, 6 जनवरी 2025

छंद सलिला २, हाकलि छंद

छंद सलिला २ 
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२६ हाकलि छंद 
विधान- 
हाकलि त्रय चौकल गुरु ले।  
ग्यारह वर्ण द्वि चरणन ले।।  
वर्ण उचित दस बाकी में। 
नियम शिथिल हो मानव में॥  
भारत सम भारत भर है। 
जो श्रम करता वह नर है।। 
धर्म निबल जन की रक्षा।
कर्म सबल मन की कक्षा।। 
०००  

 
 

 
   

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