विशेष लेख
विकास की प्रतीक्षा में कावेरी संगम
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उत्तर कावेरी, दक्षिण कावेरी तथा हेमावती नदियों के संगम स्थल 'कावेरी संगम' एक रमणीय धार्मिक पर्यटन स्थल है। इसका विकास किया जाना आवश्यक है। कावेरी संगम पर कावेरी कुंभ का आयोजन किया जाए।
विकास हेतु सुझाव
केवल अस्थि विसर्जन हेतु एक कुंड अलग हो। स्नान घाट पर किसी तरह की सामग्री का विसर्जन न हो। पूजन घाट की ऊपरी हिस्से में हो।
पंडित-पुजारियों की सूची बनाकर स्थानीय प्रशासन हर वर्ष नीलामी द्वारा स्थल किराए पर दे तथा पूजन हेतु दक्षिणा निर्धारित करें। आगंतुकों से निर्धारित प्रवेश शुल्क लिया जाता है। व्यापारियों/दूकानदारों तथा नाव चला रहे नाविकों से वृत्ति कर लिया जाए। यह सभी आय विकास कार्यों पर व्यय की जाए। बोटिंग (नौकायन) की दर तथा सुरक्षित परिपथ निर्धारित किया जाए। स्विमिंग हेतु सुरक्षित घाट विकसित किया जाए तथा प्रति व्यक्ति प्रति घंटा शुल्क हो।
स्नान घाट के निकट धर्मशाला,सुलभ शौचालय, स्नानागार तथा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट हेतु स्थानीय जन प्रतिनिधि प्रशासनिक अधिकारियों से योजना बनवाकर राज्य शासन से आर्थिक सहायता प्राप्त करें।
नदी में भस्म,राख,कपड़ों, पालिथीन थैलियों, मूर्तियों फेंकना प्रतिबंधित हो। इसके लिए अलग स्थान निर्धारित हो। नदियों की स्वच्छता, जलजीवों, पक्षियों तथा अन्य जंतुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
महत्वपूर्ण धार्मिक तिथियों पर मेले आयोजित कराए जाएँ। स्थानीय उत्पादों, हस्तकलाओं, कारीगरों को प्रोत्साहित किया जाए।
कावेरी संगम, नदियों तथा निकटस्थ पर्यटन स्थलों की पुरातत्विक जानकारी, धार्मिक कथाओं, प्रसंगों आदि प्रकाशित कर सुलभ कराई जाए। बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे,बाजारों आदि में कावेरी संगम के चित्र, दूरी, आवागमन साधनों की जानकारी के पोस्टर लगाए जाएँ।
पर्यटकों के प्रवास को रोमांचक बनाने के लिए नदी के दूसरे तट पर मचान, काटेज आदि बनाए जा सकते हैं।
- इंजी. संजीव वर्मा 'सलिल', ४०१ विजय अपार्टमेंट, नेपियर टाउन, जबलपुर ४८२००१, मोबाइल९४२५१८३२
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२१.१.२०२४
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