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शनिवार, 4 नवंबर 2017

baal kavita

बाल रचना:
*
लालू बन्दर ने कहा: 'काटो मेरे बाल'.
बेढब माँग सुनी हुए, शेषपाल जी लाल.
शेषपाल जी लाल, 'समझते हो क्या नउआ'?
बोला बन्दर 'अगर नहीं तो क्या कनकउआ?
बाल-पृष्ठ पर कर रहा, आज दान मैं बाल.
लिए नहीं तो लाऊँगा पल भर में भूचाल.'
अगर यहाँ साहित्य, सहित हित बाल दान लो.
जितना हित करना उतना ही नगद दान दो'
सिर पकड़े बैठे दद्दू सुन-सुन कर ताने.
'इससे बेहतर चला जाऊँ चुप पागलखाने'.
सुना लालू बोला 'जाओ तुम अभी जहन्नुम.
लेकर बाल नगद दो मुझको होगा उत्तम'.
***
salil.sanjiv@gmail.com, ७९९५५५९६१८
www.divyanarmada.in , #hindi_blogger

doha

शब्द 
शब्द करें नि:शब्द यदि, रहें समाहित भाव।
शब्द करें स्तब्ध यदि, निहित न उनमें चाव।।
*
शब्द बनें मरहम कभी, कभी लगाते घाव।
शब्द चुनौती दे रहे, शब्द लगाते दाँव
*
शब्द मरे को जिलाते, शब्द दिलाते जीत
शब्द जिए को मारते, शब्द बढ़ाते प्रीत
*
शब्द नमन-वंदन बनें, शब्द बने भुजहार
शब्द नदी जलधार हैं, शब्द नाव-पतवार
*
शब्द अक्षरों से बनें, शब्द बनाते वाक्य
शब्द राम-रावण-सिया, शब्द सुजाता-शाक्य
***
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शुक्रवार, 3 नवंबर 2017

दोहा सलिला

सामयिक दोहे
लोकतंत्र की माँग है, सकल देश हो एक.
जनप्रतिनिधि सेवक बने, जाग्रत रखे विवेक.
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जनसेवक कि क्यों मिले, नेता भत्ता आज.
आम आदमी बन रहे, क्यों आती है लाज?
.
दल-दलबंदी बंद हो, हो न व्यर्थ तकरार.
राष्ट्रीय सरकार हो, संसद जिम्मेदार.
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देश एक है, प्रान्त हैं, अलग-अलग पर संग.
भाषा-भूषा-सभ्यता, भिन्न न दिल हैं तंग.
.
निर्वाचन हो दल रहित, काबलियत आधार.
उत्तम जन प्रतिनिधि करें, सेवा तज व्यापार.
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हर विचार के श्रेष्ठजन, बना सकें सरकार.
शेष समर्थक साथी हों, तज विरोध-व्यापार.
.
राज्य-केन्द्र में विविध दल, काम करें संग-साथ.
करें देश-निर्माण मिल, मिला हाथ से हाथ.
.
मात्र एक दल की नहीं, बने सभी सरकार.
मतदाता जाग्रत रहे, सजा यहीं दरकार.
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baal kavita

बाल रचना:
*
लालू बन्दर ने कहा: 'काटो मेरे बाल'.
बेढब माँग सुनी हुए, शेषपाल जी लाल.
शेषपाल जी लाल, 'समझते हो क्या नउआ'?
बोला बन्दर 'अगर नहीं तो क्या कनकउआ?
बाल-पृष्ठ पर कर रहा, आज दान मैं बाल.
लिए नहीं तो लाऊँगा पल भर में भूचाल.'
अगर यहाँ साहित्य, सहित हित बाल दान लो.
जितना हित करना उतना ही नगद दान दो'
सिर पकड़े बैठे दद्दू सुन-सुन कर ताने.
'इससे बेहतर चला जाऊँ चुप पागलखाने'.
सुना लालू बोला 'जाओ तुम अभी जहन्नुम.
लेकर बाल नगद दो मुझको होगा उत्तम'.
***
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