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सोमवार, 30 अक्टूबर 2017

hindi ke naye chhand: 19


हिंदी के नए छंद १९
*
इस छंद को पहचानिए।
छंद की मात्रिक / वार्णिक जाति/उपजाति , लक्षण, नाम आदि बताएँ।
यह छंद अन्यत्र कहीं पढ़ा हो तो कृपया, वह छंद या उसका सन्दर्भ दें।
*
गले आ लगो या गले से लगाओ, तिरंगी पताका उडाओ
कहो भी सुनो भी, न बातें बढ़ाओ, भुला भेद सारे न जाओ
जरा पंछियों को निहारो न जूझें, रहें साथ ही वे हमेशा
न जोड़ें, न तोड़ें, न फूँकें, न फोड़ें, उड़ें संग ही वे हमेशा
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salil.sanjiv@gmail.com, ७९९९५५९६१८
www.divyanarmada.in, #हिंदी_ब्लॉगर