कुल पेज दृश्य

प्रणय गीत लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
प्रणय गीत लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 25 अगस्त 2021

नवगीत, जन्माष्टमी, नयन

नवगीत
*
नयनों ने
नयनों को
नेहिल आमन्त्रण दे
नयनों में बसा लिया।
हुलस-पुलक गया हिया।
*
मधुरिम-मादक चितवन
खिले अगिन स्नेह-सुमन
मन-प्राणों ने पाती
भेजी, संलग्न जिया।
हुलस-पुलक गया हिया।
*
मन भाई छवि बाँकी
एकटक देखी झाँकी
नयन कलश, नयन अधर
प्रेमामृत घूँट पिया
हुलस-पुलक गया हिया।
*
प्रकृति-पुरुष पुनः मिले
शत सरसिज विहँस खिले
नयनातुर नयनों ने
नयनों में गेह दिया
हुलस-पुलक गया हिया।
*
प्रणय-पत्र अनबाँचा
नयन-नयन ने बाँचा
पाणिग्रहण पल भर में
नयनों ने आप किया
हुलस-पुलक गया हिया।
*
युग गाथा गायेगा
चरण-सर नवायेगा
नयनों में नयनों को
बसा कहे 'धन्य प्रिया'
हुलस-पुलक गया हिया।
*****
कृष्ण जन्माष्टमी २०१६
२५-८-२०१६